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बाढ़ि पर सरकारी राहत


कोसीक बाढ़ि सं भारी तबाही भेल... गामक गाम बहि गेल. जान माल के कतेक नुकसान भेल तकर कोनो आकलन करनाय मुश्किल अछि. जखन गामे घर नहिं बाचल...सभ सुडाह भs गेल. सभ किछ दहा गेल त जे सरकार कहत मानय पड़त. सरकारक ओर सं जे डाटा जारी कएल गेल अछि ओकर मुताबिक बाढि सं प्रभावित मधेपुरा... सहरसा... सुपौल... अररिया ओर पूर्णिया जिलाक दु लाख पैंतीस हजार आठ सय छबीस लोक के राहत शिविर मे राखल गेल अछि. आपदा प्रबंधन विभाग के अपर आयुक्त प्रत्यय अमृत के अनुसार पांचु जिलाक 35 प्रखंड... 412 पंचायत... 993 गांव बाढ़ि सं प्रभावित भेल अछि. हुनका मुताबिक बाढि सं एहि जिला मे 235 लोकक आओर 869 जानवरक मौत भेल अछि. बाढ़िक तबाही देख ई संख्या कम लागि रहल अछि. स्थानीय लोकक कहनाय छनि जे मरय वाला लोकक संख्या हजारक हजार अछि.
सरकार के अनुसार एहि जिला मे राहत अनुदान केर तहत प्रत्येक बाढ पीडित परिवार के प्रथम चरण मे एक क्विंटल अनाज आओर 2250 रूपया नकद देल जा रहल अछि. एकरे संग मुख्यमंत्री राहत कोष सं सरकारी शिविर मे रहय वाला परिवार के 250 रूपया कपड़ा आओर बर्तन लेल देल जा रहल अछि. आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार अखन धरि 501694 क्विंटल अनाज आओर 152.33 करोड़ रूपया नकद बांटल गेल अछि. हुनकर सेहो कहनाय छलन्हि जे बाढ राहत कार्य मे 63 मोटरवोट के संग 1283 नाव अखनो चलाएल जा रहल अछि... आ एहि जिला मे 167 राहत शिविर... 193 चिकित्सा शिविर आओर 95 पशु शिविर खोलल गेल अछि. एहि इलाका मे 2155 हेडपम्प सेहो लगाएल गेल अछि.
अगर सरकारी आंकड़ा देखल जाए तं लागैत अछि काज भs रहल अछि मुदा जमीन पर अखनो लोकक के बड़ परेशानी के सामना करय पड़ि रहय छनि. रहय... खाय... पिबय के नीक इंतजाम नहिं अछि. आब त एनजीओ वाला सभ सेहो जा रहल छथिन्ह. अफसर सभ राहत शिविर मे रहय वाला लोकक के हिकारत सं देखय छथिन्ह. पूरा इलाका मे लोक के जिनगी फेर सं नीक जका बसय एहि लेल काफी किछ करय के जरूरत अछि. लोक के बड़का सदमा पहुंचल छनि. हुनका सभके सभ तरहक मदद के जरूरत छनि. खाय...पिबय के संग प्यार के सेहो जरूरत छनि. एहि मे देशक आध्यात्मिक गुरु सभ के आगां अएबाक चाही.

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