मैथिली कथा साहित्यमे आन्दोलनक माध्यमसँ कतेको साहित्यकारकेँ स्थापित केनिहार कथा गोष्ठि ‘सगर राति दीप जरय’ केर 80म आयोजन औड़हा गाममे बहिष्कारक संग सम्पन्न भेल.
बम्बइसँ आयल हितेन्द्र झा आ दरभंगासँ आयल मैथिली प्रोफेसर अशोक मेहता, पटनासँ आयल रमानन्द झा रमण, निर्मलीसँ आयल शिव कुमार, दरभंगासँ आयल रोशन कुमार मैथिल आदि लोकनि सेहो एहि कथा गोष्ठिक बहिष्कार केलनि.
हिनका लोक निक अतिरिक्त आनो आन साहित्यकार
लोकनि एहि कथा गोष्ठिक बहिष्कार करबामे अपन अपन समर्थन देलनि.
हिनका लोकनिक कहब छनि जे ई 80 म सगर राति दीप जरय केर आयोजन अछि, मुदा आयोजन कर्त्ता एकर 79म कथा गोष्ठिक संज्ञा दऽ रहल छथि.
दोसर दिस संयोजक उमेश पासवानक स्वास्थय खराब हेबाक कारणेँ ओहि ठामक व्यवस्था केनिहार उमेश पासवान आदि लोकनिक कहब छनि जे ओ लोकनि दिल्लीमे भेल 76 म ‘सगर राति दीप जरय’ केर कथा गोष्ठि नञि मानै छथि.
ओ साहित्य अकादमिक आयोजन छल नञि की कथा गोष्ठिक.
सगर राति दीप जरय केर 79म आयोजन घनश्यामपुरमे केनिहार कमलेश झा सेहो एहि बातक विरोध केलनि जे ई 79म नञि अपितु 80म आयोजन अछि, मुदा कोनो ध्यान नञि देल जेबाक कारणेँ ओ किछु कालक बाद चुप भऽ गेला.
ओम्हर कथा आरम्भ होबऽ सँ पहिने कथा गोष्ठिक बहिष्कार केनिहार कथाकार आ समीक्षाकार केनिहार लोकनि आयोजनकर्त्ता लोकनिकेँ जनतब दऽ चुकल छल जे जँ ई 79 आ 80 केर सोझराहटि नञि कयल गेल तँ ओ लोकनि एहिमे उपस्थित नञि रहता.
ओना ओ लोकनि एहि बातक प्रतीक्षा दीप प्रज्जवलन धरि केलनि. जखन हुनका सभक बातपर कोनो ध्यान नञि देल गेल आ उमेश मण्डल अपन मनमर्जी करैत रहला तँ ओ लोकनि ओहि ठामसँ चुपचाप विदा भऽ गेला.
आन कथाकार लोकनि वाहनक असुविधा आ रात्रि केर 8 बाजि जेबाक कारणेँ ओहि ठाम उपस्थित रहला. जगदीश प्रसाद मण्डल आदि लोकनिक दीप प्रज्जवलन केलाक बाद ओहि ठाम मुश्किलसँ 10-12 गोट कथाकार लोकनि आ स्थानीय लोकनि बचि गेला.
कहुना कथा गोष्ठि आरम्भ भेल मुदा कथाकारक संख्या कम हेबाक कारणेँ कमलेश झा आदि लोकनि बेर बेर जोर दैत रहला जे आइ कथाकार सभक कमी अछि ताहि लेल समीक्षाकेँ बेसीसँ बेसी देर धरि खीचल जेबाक चाही.
एहि कथा गोष्ठिमे कुल 14 कथाकार द्वारा कथाक पाठ कयल गेल. एहिमे उमेश मण्डल, रामविलास साहु, उमेश नारायण कर्ण, रोशन कुमार मैथिल, रामेदेव प्रसाद मण्डल, शम्भू सौरभ, सुभाष चन्द्र सनेही, अखिलेश कुमार मण्डल, बेचन ठाकुर, अमित मिश्र, लक्ष्मी दास, दुर्गा नन्द मण्डल आ जगदीश प्रसाद मण्डल अपन अपन कथाक पाठ केलनि.
कथा गोष्ठीक अध्यक्षता करैत जगदीश प्रसाद मण्डल भोरबामे कथा गोष्ठी सम्पन्न भेलाक बाद अन्तिम सत्रमे एहि बातपर दुख व्यक्त केलनि जे कथा गोष्ठीमे कोनो तरहक राजनीति नञि हेबाक चाहि आ जहिना आइ धरि चलैत रहल अछि तहिना चलैत रहबाक चाही.
ओ ईहो कहलनि जे ई आयोजन 80म होयत आ अगिला आयोजनकेँ 81म मानल जायत. अगिला कथा गोष्ठीक कोनो प्रस्तावक नञि हेबाक कारणेँ अगिला आयोजन आयोजन उमेशन मंण्डलक नेतृत्वमे निर्मलीमे होयत.
एहि अवसरपर अपस्थित किछु कथाकार लोकनिक ईहो कहब छलनि जे जँ अगिला हकारमे 81म आयोजनक बात नञि कहल जायत तँ हमरा लोकनि नञि आयब.
उल्लेखनीय अछि जे दिल्ली वला आयोजनमे संयोजक द्वारा विदेहकेँ पोथी स्टॉल लगेबाक आदेश नञि देल गेल छल. एहि कारणेँ किछु कथाकार ओकरा कथा गोष्ठी नञि मानि रहल छथि.
रिपोर्ट- रौशन कुमार झा
बम्बइसँ आयल हितेन्द्र झा आ दरभंगासँ आयल मैथिली प्रोफेसर अशोक मेहता, पटनासँ आयल रमानन्द झा रमण, निर्मलीसँ आयल शिव कुमार, दरभंगासँ आयल रोशन कुमार मैथिल आदि लोकनि सेहो एहि कथा गोष्ठिक बहिष्कार केलनि.
हिनका लोक निक अतिरिक्त आनो आन साहित्यकार
लोकनि एहि कथा गोष्ठिक बहिष्कार करबामे अपन अपन समर्थन देलनि.
हिनका लोकनिक कहब छनि जे ई 80 म सगर राति दीप जरय केर आयोजन अछि, मुदा आयोजन कर्त्ता एकर 79म कथा गोष्ठिक संज्ञा दऽ रहल छथि.
दोसर दिस संयोजक उमेश पासवानक स्वास्थय खराब हेबाक कारणेँ ओहि ठामक व्यवस्था केनिहार उमेश पासवान आदि लोकनिक कहब छनि जे ओ लोकनि दिल्लीमे भेल 76 म ‘सगर राति दीप जरय’ केर कथा गोष्ठि नञि मानै छथि.
ओ साहित्य अकादमिक आयोजन छल नञि की कथा गोष्ठिक.
सगर राति दीप जरय केर 79म आयोजन घनश्यामपुरमे केनिहार कमलेश झा सेहो एहि बातक विरोध केलनि जे ई 79म नञि अपितु 80म आयोजन अछि, मुदा कोनो ध्यान नञि देल जेबाक कारणेँ ओ किछु कालक बाद चुप भऽ गेला.
ओम्हर कथा आरम्भ होबऽ सँ पहिने कथा गोष्ठिक बहिष्कार केनिहार कथाकार आ समीक्षाकार केनिहार लोकनि आयोजनकर्त्ता लोकनिकेँ जनतब दऽ चुकल छल जे जँ ई 79 आ 80 केर सोझराहटि नञि कयल गेल तँ ओ लोकनि एहिमे उपस्थित नञि रहता.
ओना ओ लोकनि एहि बातक प्रतीक्षा दीप प्रज्जवलन धरि केलनि. जखन हुनका सभक बातपर कोनो ध्यान नञि देल गेल आ उमेश मण्डल अपन मनमर्जी करैत रहला तँ ओ लोकनि ओहि ठामसँ चुपचाप विदा भऽ गेला.
आन कथाकार लोकनि वाहनक असुविधा आ रात्रि केर 8 बाजि जेबाक कारणेँ ओहि ठाम उपस्थित रहला. जगदीश प्रसाद मण्डल आदि लोकनिक दीप प्रज्जवलन केलाक बाद ओहि ठाम मुश्किलसँ 10-12 गोट कथाकार लोकनि आ स्थानीय लोकनि बचि गेला.
कहुना कथा गोष्ठि आरम्भ भेल मुदा कथाकारक संख्या कम हेबाक कारणेँ कमलेश झा आदि लोकनि बेर बेर जोर दैत रहला जे आइ कथाकार सभक कमी अछि ताहि लेल समीक्षाकेँ बेसीसँ बेसी देर धरि खीचल जेबाक चाही.
एहि कथा गोष्ठिमे कुल 14 कथाकार द्वारा कथाक पाठ कयल गेल. एहिमे उमेश मण्डल, रामविलास साहु, उमेश नारायण कर्ण, रोशन कुमार मैथिल, रामेदेव प्रसाद मण्डल, शम्भू सौरभ, सुभाष चन्द्र सनेही, अखिलेश कुमार मण्डल, बेचन ठाकुर, अमित मिश्र, लक्ष्मी दास, दुर्गा नन्द मण्डल आ जगदीश प्रसाद मण्डल अपन अपन कथाक पाठ केलनि.
कथा गोष्ठीक अध्यक्षता करैत जगदीश प्रसाद मण्डल भोरबामे कथा गोष्ठी सम्पन्न भेलाक बाद अन्तिम सत्रमे एहि बातपर दुख व्यक्त केलनि जे कथा गोष्ठीमे कोनो तरहक राजनीति नञि हेबाक चाहि आ जहिना आइ धरि चलैत रहल अछि तहिना चलैत रहबाक चाही.
ओ ईहो कहलनि जे ई आयोजन 80म होयत आ अगिला आयोजनकेँ 81म मानल जायत. अगिला कथा गोष्ठीक कोनो प्रस्तावक नञि हेबाक कारणेँ अगिला आयोजन आयोजन उमेशन मंण्डलक नेतृत्वमे निर्मलीमे होयत.
एहि अवसरपर अपस्थित किछु कथाकार लोकनिक ईहो कहब छलनि जे जँ अगिला हकारमे 81म आयोजनक बात नञि कहल जायत तँ हमरा लोकनि नञि आयब.
उल्लेखनीय अछि जे दिल्ली वला आयोजनमे संयोजक द्वारा विदेहकेँ पोथी स्टॉल लगेबाक आदेश नञि देल गेल छल. एहि कारणेँ किछु कथाकार ओकरा कथा गोष्ठी नञि मानि रहल छथि.
रिपोर्ट- रौशन कुमार झा
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