हमर गाम केवटी मे मिथिला पेंटिंग ट्रेनिंग सेंटर खुली रहल अछि. गाम के लेल ई बड़ नीक गप अछि. एहि सं दरभंगा-मधुबनी जिला के एकटा बड़का इलाका के लोक फायदा उठा सकय छथिन्ह. किएक त हमर गाम दरभंगा आओर मधुबनी जिला के बीच मे अछि. केवटी द क दरभंगा सं नेपालक सीमा जयनगर के जोड़य वाला नेशनल हाइवे सेहो जाएत अछि.
हमर गामक हाईस्कूल मे अखनो इलाका के 10-12 किलोमीटर तक के छात्र पढ़य आबय छथिन्ह. ओना जखन हम स्कूल मे छलहुं तखन कहि सकय छी 50-50 किलोमीटर दूर तक के छात्र एहि ठाम पढय आबय छलखिन्ह. ओहि टाइम एहि ठाम छात्रावास के नीक व्यवस्था छल. सुदिष्ठ झा जीक समय केवटी स्कूल के पूरा दरभंगा-मधुबनी जिला मे एकटा अलग प्रतिष्ठा प्राप्त छल.
आब गाम मे मिथिला पेंटिंग ट्रेनिंग सेंटर खुली रहल अछि. एहि सेंटर के खोलय के शुभ कार्य करय जा रहल छथिन्ह राम कुमार दास जी. राम कुमार दास जी रिटायर माइनिंग इंजीनियर छथिन्ह. दास जी अखन 65 साल के छथिन्ह. दस साल के उम्र मे गाम सं पढ़ाई-लिखाई... नौकरी के सिलसिला मे जे बाहर निकललखिन्ह तं आब 55 साल बाद फेर सं गाम वापस आबय के मौका मिललन्हि.
पढ़ाई-लिखाई आ नौकरी लेल गाम सं निकलला पर कई बेर लोक मोन होएतहुं गाम के विकास के लेल समय नहि द पाबय छथिन्ह. दस तरहक पेंच मे फंसि जाए छथिन्ह. एहन मे सभ झंझट...पच्चर के पाछां छोड़ैत राम कुमार दास जी जे गाम वापस आबय के फैसला कएलखिन्ह एकर जतेक प्रशंसा कएल जाए कम होएत.
सभ दिन बाहर रहय वाला लोक के लेल...देश-दुनिया घुमय वाला वाला लोक के लेल...मेट्रो शहर...एसी कमरा...चौबीसों घंटा बिजली... गैस... कार... कम्प्यूटर... आधुनिक सुख-सुविधा के बीच रहय वाला लोक के लेल एकाएक गाम मे आsक बसय के निर्णय करनाए कोनो छोट गप नहि अछि. बाहर रहैत- रहैत लोक ओहि माहौल...ओहि क्लास... ओहि रहन-सहन के आदि भ जाए छथिन्ह. ओहन मे गाम वापस अनाय जिंदगी के फेर सिफर... शून्य सं शुरू करनाय जकां भ जाएत अछि.
राम कुमार दास जी 55 साल बाद गाम रहय लेल वापस अएलखिन्ह. एहन मे हुनका लेल गाम के कहि सकय छी 90 प्रतिशत सं बेसि लोक अनजान छथिन्ह. बस गाम मे एतबे रहय छै जे ई फलांमा के बेटा छथिन्ह आ पोता छथिन्ह. ई फलां छथिन्ह त ओ फलां छथिन्ह. एहन मे अनजान लोक के संग उम्र के एहि पड़ाव पर फेर सं नवका जिनगी शुरू करनाए वाकई हिम्मत केर काज छनि.
राम कुमार दास जीक पिताजी राधारमन लाल दास जी नामी डॉक्टर छलखिन्ह. हिनका सं इलाज के लेल इलाका के दूर-दूर सं लोक आबय छलखिन्ह. परोपकार के खुब काज करय छलखिन्ह आब रामकुमार जी ओहि परम्परा के आगां बढ़ाबैत गाम के विकास के लेल गाम वापस आबि गेल छथिन्ह. हिनका हमर सभक पूरा शुभकामना छनि आओर गाम के लोक से सेहो हिनकर हर संभव मदद करबाक चाहिएन्हि.
हिनका सं हमर भेंट फेसबुक के मार्फत भेल. भ सकैत अछि गाम मे हम हिनका देखने होएब बचपन मे... मुदा याद नहि अछि. हां हिनकर बाबूजी गाम मे रहय छलखिन्ह त हुनका सं रोज भेंट होएत छल जखन धरि गाम मे रहलौं. फेसबुक पर हिनका सं भेंट भेलाह के बाद गाम के प्रति हिनकर लगाव देखि बड़ खुशी भेल.
देश-दुनिया घुमय के क्रम मे हिनका अमरीका आओर कइटा दोसर देश मे मिथिला पेंटिंग (आई-काल्हि मधुबनी पेंटिंग के नाम सं लोक बेसि जानए छथिन्ह) के प्रति लोक सभ के प्रेम देख बड़ ताजुब्ब भेलन्हि. मिथिला पेंटिंग विदेश मे लोकक ड्राइंग रुम के शोभा बनल अछि. ओतय के लोक सैकड़ों डॉलर खर्च करि दए छथिन्ह एकटा मिथिला पेंटिंग खरीदय पर. मुदा मिथिला पेंटिंग बनाबए वाला के मिलैत छनि सिर्फ किछ रुपया.
ई सभ देखि हिनका मे मिथिला पेंटिंग के प्रति किछ करय के इच्छा प्रबल होएत गेलन्हि. एहि बारे मे विस्तार सं अध्ययन करय लागलखिन्ह. एहि क्रम मे हिनका इहो पता लगलन्हि जे मिथिला पेंटिंग बनाबय वाला कलाकार के आइओ ओहने हाल अछि जेना 30- 35 साल पहिने छल. कोनो सुविधा नहि...कोनो मदद नहि...डायरेक्ट मार्केटिंग के कोनो रास्ता नहि. सभ ठाम दलालक कब्जा.
गाम पहुंचय सं पहिने ट्रेन मे
जेना-जेना एहि बारे मे बेसि जानकारी मिलैत गेलन्हि हिनका मे गाम आs क एहि दिशा मे किछ करय के जोश... उत्साह... इच्छा आओर उमंग प्रबल होएत गेलन्हि. रिटायर भेलाह के बाद सीधा गाम आबि घर...मकान...दलान सभ के दुरपस्त करा... मरम्मतर करा मिथिला पेंटिंग ट्रेनिंग सेंटर खोलय के निर्णय कएलखिन्ह. एहि सेंटर मे मुफ्त मे प्रशिक्षण देल जाएत.
एहि ठाम राम कुमार दास जी सिर्फ ट्रेनिंग के व्यवस्था नहि करि रहल छथिन्ह बल्कि इहो देख रहल छथिन्ह कि कलाकार के हुनकर पेंटिंग के पूरा मेहनताना मिलय...कलाकार दलाल के बीच नहि फंसी बाजार मे सीधा ग्राहक के पास अपन पेंटिंग बेचि सकथिन्ह. लोक के लेल ई रोजी-रोटी के एकटा नीक साधन बनि सकय...आओर एहि पेंटिंग मे पारंगत भेलाह के बाद कालकार के जीवन यापन के लेल दोसर चीज करय के आसरा नहि रहन्हि.
अगर अहां सभ हिनका सं सम्पर्क करय चाहय छी त हिनकर पता छनि
अगर अहां सभ हिनका सं सम्पर्क करय चाहय छी त हिनकर पता छनि
Ram Dumar Das.Mithila Painting Training CenterRetired Mining EnggKeoti, Darbhanga.Bihar-847121Phone- 08809081263, 08809636588, or 09632504995.Email: itsrkdas@gmail.com
"ona ta Mithila Painting aab vishwa bikhyat bha gelai ya...magar ekar fayda kalakar ke bahut kam bha rahal chai......humra khayal sa Mithila Penting sikhawa k saath hi saath kalakaar ke okar kala ke lel sahi parishramik diyawa ke lel bhi kich karwak chahi...."
जवाब देंहटाएंShashank Shekhar
shekhar.cd2003@gmail.com
han... sab san barhka sawaal kalakar ke mehanatana ke l k chhai...dalaal... bichauliya sab 10 taka...san 100 tak tak mein khareed okra... hazaar hazaar taka mein bech dait achhi.
जवाब देंहटाएंehi me nai t sarkarak madad mil rahal chhain nai NGO sab ke sa...b apne mein mast..
"ekar vistar hoybaak chaahi... dilli me seho.."
जवाब देंहटाएंnavkantthakur@gmail.com
Humar Shubhkamna sab ke saath chai.......agar garib kalakar k okar kala ke sahi parishramik bhet jai ta bhaut hadd tak okar garibi door bha sakai chai
जवाब देंहटाएंmagar ae disha me bahut kushal prabhandan ke bhi aawashayakta hai.....ona ta mithila me yo...gya prabandhak sab k kami nai chai...magar bihar sa bahar raha k karan o sab ayi disha me chahi ka bhi kich nai ka pawait chaith.....
Shashank Shekhar
Shri Ram Kumar ji'k dwara , 35 saal dhari apan gaon aa samaj sa dur rahlak baad punah gram wapasi aa mithila painting training kendra'k shuruaat karinai...yahi baat ke sabit ka rahal achhi je ...manushya ke apan gaam ...ghar..aa...apan samaj...jahi me palal aa badhal achi ...tahi sang katek PREM aa LAGAV hoit achhi....
जवाब देंहटाएंwastav apan maati sang Shri Ram Kumar ji'k PREM aa LAGAV dekhi aankhi me nor aabi gel....
Bhagwan Sai Nath hunkar yahi puneet prayas ke sfal karthinh..!!!
Jai Sai Ram !
Kushwaha R.S
rs_kushwaha@hotmail.com
Dhanyawad Kushwaha jee... Sai Ram hunka zaroor kaamyaab karthin
जवाब देंहटाएंSab lokin ke bahut bahut dhayanbad.
जवाब देंहटाएंhamar jarur kosis rahat je ham aahak
umid per khara utru.
Hamar sabke shubhkamna ahank sang achhi... Ishwar ahanke zaroor kaamyaab banautah...aakhir dosar ke prerit seho karai ke chhain na bhagwan ke...
जवाब देंहटाएंAgar training kendra se jaruratmand
जवाब देंहटाएंlog ke faida ho sake to samaj ke liye achchi bat hogi. Hamari subhkamna hei.
Ahank bahut bahut dhanyawad Chandrajee
जवाब देंहटाएंSir thanks for this..aahina samajak lel kikhu kaku,hamar sahyog ke jajurat hobe ta hamhu sath chi
जवाब देंहटाएंDr Jairudra Jha
jairudrajha@indiatimes.com
Shukriya Jairudra Jee. Ahank gaam ghar... mithilak lel prem dekh man prassan bha gel.
जवाब देंहटाएं"We are very glad to see your article about Mithila painting training centre.you must watch our performance regularly."
जवाब देंहटाएंChandralata Das
chanoin@gmail.com
Gor lagai chhee!
जवाब देंहटाएंZaroor Zaroor...gaam aila par hum ahank aashirwad lebai lel zaroor aayab...bus ahan apan haath raakhne rahiyau hardam...ahan sabhak aashirwad san sab kichh neek rahatai..
pranam
bahut dhanyabad a new feel, touched me. that work for mithila. it will fill the vacume.
जवाब देंहटाएंVinay Kumar
GUwahati
dhanyawad Vinay jee
जवाब देंहटाएंehi coaching kholanihar kein pahine kahal jay je o banner wa Board MAITHILI me likhi prachar karathi.
जवाब देंहटाएंMithila me khujait achhi, Mithila painting ker prashikshan del jayat aa banner hindi me?
Hum rashtrabhasha hindi ker virodhi nahi chhi. Muda jaon Maithili me prachar prasar ker kaj hoay ta neek.
dosar, gaam jait chhi ta madhubani, rahika waa benipatti me bahuto dokan ker naam MITHILA o, ta MITHILA e, rahait achhi muda samvaad va sanesh hindi me rahait achhi.
Maithiliyo devnagriye me chalait chhaik. tain matra bhasha ta badali dene kane utkrishta bha jait chhaik.
Sangahi, MITHILA kshetrak aayojan, vyaparak baord vaa banner kein Maithili me likhab aavashyak.
kateko tham ta VIDYAPATI PARV ker banner sab hindi me likhal bhetat aa maithili banner nipatta rahait achhi. hamra sab ehi suksham san suksham chaij par dhyan da MAITHILI aa MITHILA ker unnayanarth aagu badhi sakai chhi.
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जवाब देंहटाएंMithila me khujait achhi, Mithila painting ker prashikshan del jayat aa banner hindi me?
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रूपेश कुमार झा 'त्योंथ'
Rupesh jee...ekdam sahi kahlaun ahan... hum ahank baat hunka paas pahuncha debanhi...
जवाब देंहटाएंahank bahut bahut dhanyawad
Hitendera Gupta