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मैथिली मे नहि बाजय छैथि मिथिलाक एमएलए-एमपी: शीला दीक्षित

मिथिला...बिहार के कइटा सांसद-विधायक के हम जानय छी... हिनका सभ के संग हम सदन मे एकहि संग बैसल छी. ई सभ मिथिला-मैथिलीक गप करय छथि मुदा हिनका सभ के कहिओ सदन मे मैथिली मे अपन आवाज उठाबैत नहि देखलौं. मिथिलाक कोनो सांसद...विधायक मैथिली मे नहि बाजय छैथि. ई उलाहना छनि दिल्ली के मुख्यमंत्री शीला दीक्षित जीके.
दिल्ली के मुख्यमंत्री शीला दीक्षित जी
शीला दीक्षित जी रवि दिन 20 मई के नई दिल्ली के मावलंकर ह़ॉल मे
अखिल भारतीय मिथिला संघ केर तरफ सं भेल मिथिला विभूति स्मृति पर्व समारोह मे मु्ख्य अतिथि छलीह.

एहि समारोह मे हुनकर दर्द झलैकि उठलन्हि. ओ आश्चर्य व्यक्त कएलन्हि जे संसद मे कइटा सांसद के मैथिल होए के बादहुं आखिर मिथिलाक प्रतिनिधिए किएक अपन भाषा बाजय सं लजाए छथिन्ह.

ओ जतेक अपन भाषा बोलताह मैथिलीक लेल ई ओतेक नीक रहत. आखिर मैथिली भाषा मिठास... संगीत आओर ज्ञानक भाषा अछि.

मुख्यमंत्री जीक साफ कहनाय छलन्हि जे दिल्ली केर विकास...निर्माण मे बिहार मिथिलाक योगदान अहम रहल अछि. लोक मे बिहार के बारे मे किछ गलत धारणा

बनि गेल अछि. बिहार अशोक... चाणक्य... बुद्ध...महावीरक धरती अछि. ई बात सिर्फ भारत नहि बल्कि दुनिया के लेल महत्व राखैत अछि.
दिल्ली के मुख्यमंत्री शीला दीक्षित जी आओर मंच पर गणमान्य अतिथि लोकनि

शीला दीक्षित जी इहो शिकायत कएलखिन्ह जे दिल्ली मे चूंकि भोजपुरी आ मैथिली बाजय वाला काफी लोक रहय छथिन्ह. एहि लेल भोजपुरी मैथिली अकादमी बनाएल गेल. मुदा जेहि तेजीसं काज होबाक चाही से नहि भ रहल अछि.

आब देखिऔ शीला जीक एहि उलाहना के बादहुं हमर प्रतिनिधि जीक नींद टूटय छनि आ नहि.

शीला जी किछ बेजाय नहि कहलीह. मिथिलाक-मैथिल लेल ई एकदम सत्य अछि. अपन एमएलए...एमपी जी सेहो मैथिली नहि बाजय छथिन्ह. जखन कि आहां साउथ के एमएलए...एमपी सभ के देखिऔ... ओ तमिल...तेलगू...मलयालम आ मराठी लेल हंगामा बरपा दए छथिन्ह. कतबो किछ भ जाए ओ अपन मातृभाषेटा मे गप करय छथिन्ह.

जखन धरि अहां खुद अपना मे गर्व नहि महसूस करब तखैन धरि केना होएत एकर विकास...प्रचार- प्रसार... आओर केना आगां बढ़त अपन मिथिला.


1 टिप्पणी:

  1. "दिल्ली केर विकास...निर्माण मे बिहार मिथिलाक योगदान अहम रहल अछि |".... कि ई ओहा शिला शीला दीक्षित छिएथ ? जिनकर किछु दिन पहिने कहब छल जे मैथिल, पूर्वांचल और बिहारी के वजह से दिल्ली में भार बढ़ी गेल अछि, जिनका बिहारी भाड़ी लागैत छलैन | हाय रे राजनीती और राजनीतिज्ञ जकरा देखि के गिरगिट लजायत अछि |

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