अलग तेलंगाना राज्य बनाबय के लेल केंद्र सरकार सं ग्रीन सिगनल मिलैत कतार मे ठाड़ दोसर ठाम के लोक के उम्मीद सेहो बढ़ि गेलन्हि. अपन मिथिलांचल राज्य के लेल फेर सुगबुगाहट तेज भs गेल अछि. अंतर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद के प्रवक्ता धनाकर ठाकुर आओर महासचिव के. एन. झा जीक कहनाय छनि जे लोहा गरम अछि...बस चोट करय के जरूरत अछि. एहि बेर नहि भेल त फेर कहिआ होएत तकर ठिकान नहि. ताही लेल सभ मैथिली भाई-बहिन के जोर-शोर सं...पूरा दम लगा कs अलग मैथिली राज्य के लेल मैदान मे कूदि पड़बाक चाही.झाजीक इहो कहनाय छनि जे अलग मिथिलांचल राज्य के मांग 1954 सं लंबित पड़ल अछि. ई 5 करोड़ सं बेसि मैथिल के लेल अन्याय अछि. संख्या... भाषा... क्षेत्रफल सभ हिसाब सं अलग मिथिलांचल राज्य के मांग उचित अछि.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सेहो छोट राज्य बनाबय के जनता के हित मे मानलखिन्ह. ओ कहलखिन्ह जे ओ शुरुए सं छोट-छोट राज्य के पक्ष मे छथिन्ह...आओर बेसि सं बेसि छोट राज्य बनबाक चाही. अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति के बैधनाथ चौधरी सेहो कहलखिन्ह जे सरकार के अलग मिथिला राज्य के मांग पर विचार करबाक चाही. अगर ऐना नहि भेल त मिथिलाक लोक सेहो आमरन अनशन करय लेल विवश होएत. आओर मिथिलांचल मे सेहो तेलंगाना जकां आंदोलन शुरू कएल जाएत.
देश के पिछड़ल इलाका के विकास के लेल छोट-छोट राज्य के गठन जरूरी अछि. ओना तेलंगाना जकां कइटा आओर नवका राज्य बनाबय के मांग केंद्र सरकार के पास पड़ल अछि. एहि मे मिथिलांचल...पूर्वांचल... विदर्भ... बोडोलैंड...रायलसीमा... बुंदेलखंड... हरित प्रदेश... सौराष्ट्र... गोरखालैंड शामिल अछि.
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इ बात त बहुत बढ़िया छै जे राज्य यदि छोट
जवाब देंहटाएंहोयत तखन विकास बढ्बा केर आसार बेसी
छैक . मुदा बट्बारा यदि राजनितिक विकास
के ध्यान में राखी के होयत तखन कहनाई
मुस्किल अछि जे आम जनक की हाल हेतन्हि.