अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय... एएमयू कटिहार मे... अछि न नीक खबर. मुदा ई नीक खबर के धरातल पर आबय लेल बिहार सरकार के सहयोग के जरूरत पड़त. बिहार सरकार के एकरा लेल जमीन... बिजली आओर पानि के इंतजाम करय पड़तन्हि. एएमयू के एहि केन्द्र के लेल करीब तीन सय एकड़ जमीन के जरूरत पड़त. तीन सय एकड़ जमीन ओहो मुफ्त मे... मुफ्त मे मुश्किल लगैत अछि. ओना सरकार चाहय त किछ मुश्किल नहिं अछि. एएमयू के देश भर मे एहन पांच टा केंद्र खुलत. एहि पर करीब दु हजार करोड़ रुपया के खर्च आएत ओहि हिसाब सं कटिहार मे बनय वाला केंद्र पर सेहो चारि सय रुपया खर्च होएत. एहि सं मिथिलांचल के शिक्षा के क्षेत्र मे त फायदा होएबे करत दोसर क्षेत्र मे विकास सेहो होएत. पैसा अएला सं इंफ्रास्ट्रक्चर सेहो मजबूत होएत. लोक के जीवन स्तर मे सुधार आएत. केन्द्र के लेल चारि सय करोड़ रुपया बहुत होइ छै आओर ओतेक रुपया कटिहार मे केन्द्र बनाबय मे लागत त सैकड़ो लोक के रोजगार सेहो मिलतन्हि. नवका रोड... मकान... दोकान सभ बनत. विकासक बयार बहत. विश्वविद्यालय के केन्द्र खोलय के लेल मुख्यमंत्री के पास चिट्ठी भेजल गेल अछि . ओना एहि सभ मे कहि सकय छी अपन केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री फातमी जीक योगदान अछि. बिना हुनकर योगदान के ई मिथिला...बिहार नहिं आबि सकय छल. फातमीजी कइटा संस्थान के बिहार मे लाबय मे कामयाब रहला अ. मुदा अखन किछ कहल नहिं जा सकय अ पहिने सरकार तरफ सं ग्रीन सिगनल मिलय तब न.
katihar me m.bb. hamara ta viswashe nai hoit achhi. takhan hoyabak lel ta kichhu bhi bhay sakait achhi.dhanyawaad apanek bahu bahut. prabandha kumar singh katma, bahuarwa, darbhanga
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