बिहार-झारखंड के हजारों छात्र गलत मूल्यांकन के शिकार बनि गेल छथिन्ह. टीचर के गलत मूल्यांकन के खामियाजा विद्यार्थी के भुगतय पड़ि रहल छनि. दुनू राज्य मे हाल ई अछि जे हजारों छात्र परीक्षा पास नहि करि पाएल छथिन्ह.
बिहार मे सीबीएसई रिजल्ट मे फेल छात्र सभ काफी गुस्सा मे छथिन्ह. पटना मे तं छात्र आओर गार्जियन सभ सीबीएसई के दफ्तर पर काफी हो-हल्ला सेहो करलखिन्ह.
एहिठाम एहन भेल कि गणित आओर भौतिकी मे
60 हजार मे सं 24 हजार छात्र फेल भ गेलखिन्ह. छात्र सभ के कहनाय छनि जे एहि विषय के कॉपी के जांच नीक सं नहि करल गेल अछि. विद्यार्थी सभ के मांग छनि जे हुनकर सभ के कॉपी के फेर सं जांचल जाए.एहने हाल झारखंड मे अछि. एहिठाम झारखंड इंटरमीडिएट के रिजल्ट मे आधा सं बेसि छात्र फेल भ गेल छथिन्ह. विद्यार्थी सभ काफी टेंशन मे छथिन्ह. एहिठाम सेहो लोक तोड़फोड़ करलखिन्ह.
झारखंड मे तं राज्य के मानव संसाधन विकास मंत्री के बेटा आओर बेटी सेहो पास नहि करि पएलखिन्ह. राज्य मे तं साइंस के 70 प्रतिशत सं बेसि छात्र फेल भ गेल छथिन्ह.
सभसं अचरज तं अहां के ई जानि कs होएत जे बिहार...झारखंड के कइटा विद्यार्थी जे आईआईटी-जेईई आओर दोसर इंजीनियरिंग परीक्षा पास करि गेल छथिन्ह ओ इंटर मे फेल करि गेल छथिन्ह.
आईआईटी-जेईई आओर दोसर इंजीनियरिंग परीक्षा मे नीक पॉजीशन लाबय वाला छात्र सभ सेहो 12वीं...इंटर मे गणित... भौतिकी से पास नहि करि पाएल छथिन्ह.
छात्र सभ आओर गार्जियन सभ के साफ कहनाय छनि जे ई संभव नहि अछि. जे विद्यार्थी आईआईटी-जेईई आओर दोसर इंजीनियरिंग परीक्षा के कठिन टेस्ट के निकाल सकैत अछि...ओ कि बिना गणित... भौतिकी जानले एना करि सकय छथि कि ?
एना पहिने सेहो होएत रहैत छल मुदा एहि बेर किछ बेसि होए के कारण हो -हल्ला भ रहल अछि. सवाल उठैत अछि जे ई एना किएक भ रहल अछि? एकरा लेल जिम्मेदार के अछि?
बिना लाग-लपेट के अहां कहि सकय छी... सिस्टम आओर कॉपी जांचय वाला टीचर.
सिस्टम एहि लेल जिम्मेदार अछि जे ओ एकहि टीचर के सैकड़ों कॉपी जांचय लेल द दैत अछि. कॉपी जांचय लेल कोनो नीक व्यवस्था नहि करैत अछि. खास टाइम के अंदर कॉपी जांचि कs देबय लेल टीचर पर दबाव बनाबैत अछि.
टीचर एहि लेल जिम्मेदार छथिन्ह जे ओ कॉपी के नीक सं नहि जांचय छथिन्ह. हर कॉपी के जांचय के हिसाब सं पाई मिलैत अछि. जतेक कॉपी जांचब ओतेक पाई मिलत.
आब पाई लेल ओ एक दिन मे सैकड़ों कॉपी जांचि लैत छथिन्ह. अपने जांचय छथिन्ह आओर दोसर सं सेहो जंचबाबय छथिन्ह. एहन मे ई होएत अछि जे ओ सिर्फ हर कॉपी पर सरसरी नजर मात्र डालि पाबय छथिन्ह.
चूंकि जे सैकड़ों कॉपी ओ जांचय छथिन्ह ओहि सभ मे एकहि प्रश्न रहैत अछि... सभ के जवाब मिला-जुला कs एकहि तरहक रहैत अछि. एना मे ई होएत अछि जे एकहि तरह के कॉपी पढ़ैत-पढ़ैत कॉपी जांचनाय नीरस भ जाएत अछि.
एहन मे टीचर सभ सिर्फ पन्ना उलैटि कs देखय छथिन्ह आओर नंबर देने जाए छथिन्ह. जे जतेक पन्ना भरने रहल ओतेक नंबर देने जाए छथिन्ह. एहि मे कई बेर गलत जवाब देबय वाला के सेहो पूरा नंबर मिल जाए छनि.
आओर चूंकि सैकड़ों कॉपी जांचय के प्रेशर मे ओ कई बेर नंबर जोड़य के क्रम मे गलती करि दय छथिन्ह. एहन मे छात्र के गलत नंबर मिल जाएत अछि. कई बेर एहन होएत अछि जे 51 के 61 भ जाएत अछि आओर 79 के 19 जकां भ जाएत अछि.
कई बेर जल्दी -जल्दी मे नंबर जोड़य काल एक- दूटा पन्ना पलैटि गेल तं बीच के नंबर सेहो गायब. एकर नुकसान विद्यार्थी के उठाबय पड़य छनि.
एहन हमरा संग सेहो भ चुकल अछि मैट्रिक मे. प्रथम श्रेणी सं पास भेलहुं...नीक नंबर सेहो आएल मुदा मार्क्ससीट मे गणित मे नंबर उम्मीद सं कम लागल. एहि के बाद पटना जा चैलेंज करलौं.
हमर शंका सही निकलल... फेर सं नंबर जोड़ल गेल तं मार्क्स मे 40 नंबर आओर जुड़ल. ओ तं हम नीक नंबर सं पहिनहि पास छलहुं ताहि लेल कोनो फर्क नहि पड़ल मुदा जे विद्यार्थी पास नहि भेल होएथिन्ह...आओर ओ फेर सं मूल्यांकन नहि करौने होएथिन्ह हुनका तं एकर नुकसान भ गेलन्हि.
एहने हाल अखन अछि. जे विद्यार्थी आईआईटी पास करि गेल छथिन्ह... ओ गणित आओर भौतिकी मे फेल...मूल्याकंन तं होबाके चाही. आओर कॉपी जांचय के प्रक्रिया मे सुधार के जरूरत सेहो अछि.
अहां सभ के कि कहनाय अछि?
हमर ईमेल:-info@hellomithilaa.com
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