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आएल सावन... बाबाधाम चलु...

बोल बम... बोल बम...  आई सावन के पहिल दिन अछि.  एकरे संग सुल्तानगंज सं बाबाधाम जा कs जल चढानाय शुरू भ गेल अछि.  भरि रास्ता बोल बम...  बोल बम सं गुंजय लागल अछि.  आब भरि सावन सुल्तानगंज सं बाबाधाम के बीच शिवभक्त के लाइन लागल रहत.  बाबा के जल चढ़ाबय वाला मे सिर्फ बिहार... झारखंड के लोक नहि रहैत छथि... आस पास के दोसर राज्य आओर विदेश के लोक सभ सेहो आबय छथि.
बाबाधाम मे जल चढ़ाबय के लेल सभ सं पहिने लोक सुल्तानगंज मे उत्तरवाहिनी गंगा मे झुबकी लगा... बाबा अजगैबीनाथ के जल ढ़ारि... आओर गंगाजल ल कांवड़ के संग बोल बम - बोल बम करैत विदा होए छथिन्ह.  भरि रास्ता बाबा के नाम जपैत तीर्थाटन के एकटा अलगे आनंद उठाबैत छथि.  सुल्तानगंज सं बाबाधाम के बीच लोक के शुद्धता के बड़ ख्याल राखय पड़य छनि.  सभ तरह के व्यसन के त्याग दय छथि.  भरि रास्ता सभ तरहक अवगुणके दूर राखय के कोशिश कएल जाएत अछि.  पूरा ध्यान बाबा मे लगाएल जाएत अछि. 

सुल्तानगंज सं जल ल बाबाधाम मे जल ढ़ारय तक करीब सय किलोमीटर के दूरी तय करय पड़य छनि.  आम लोक ई यात्रा दू- तीन दिन मे तय करय छथिन्ह.  घुमैत- फिरैत सभ देखैत ...जानैत-बुझैत पहुंचय छथिन्ह.  एक दोसरा के जानय-पहचानय के मौका मिलैत अछि.  गाम-घर के झंझट के पाछा छोड़ि बाबा मे ध्यान लगाबय के मौका मिलैत अछि.  मुदा किछ लोक 24 घंटा के अंदर जल ढारनाय पसंद करय छथिन्ह.  हुनका डाक बम कहल जाए छनि.

लोक बाबा के जल चढ़ाबय जाए छथि त कांवड़ के दौरान हिंसा... क्रोध... लोभ आओर जतेक दुर्गुण अछि... जतेक पाप अछि ओकरा छोड़ि दैत छथि.  मुदा आई एकर उल्टा देखल गेल.  एहि बेर झारखंड प्रशासन के तरफ सं डाक बम सुविधा नहि देबय के फैसला कएल गेल अछि.  असल मे डाकबम के जल चढ़ाबय मे प्राथमिकता देल जाएत अछि आओर जल ढारय सं नहि रोकल जाएत अछि.  प्रशासन के कहनाय अछि कि भीड़भाड़ के दौरान आसानी सं जल ढारय के लेल एहि प्रमाणपत्र के दुरुपयोग कएल जाएत अछि.  जे डाकबम नहि रहैत छथि सेहो ई प्रमाण पत्र के जरिए बिना कोनो रोक टोक के जल ढारि लय छथि.
आब जखन झारखंड प्रशासन ई सुविधा बंद करि देलक त बिहार सरकार प्रमाण पत्र देनाय बंद करि देलक किएक त जखन ओहि ठाम प्रमाण पत्र के कोनो वैल्यू नहि रहत त द क कोन फायदा.  हम अहां के एहिठाम ई बता दी कि सुल्तानगंज बिहार मे अछि आओर बाबाधाम ... देवघर झारखंड मे. प्रमाण पत्र नहि मिलला पर सुल्तानगंज मे डाक बम... डाक कांवड़िया एतेक खिसिआ गेलाह कि ओहि ठाम से सूचना केंद्र बनल छल ओकरा तोड़ि देलाह.  जतेक सामान छल सभ के फेंक देलखिन्ह... खुब हंगामा कएलाह.  कांवड़िया के तोड़फोड़ करैत दृश्य देखि मन उचैट गेल.  कि ई सभ तीर्थटन करय गेलाह अ आ मारिपीट करय.

मुदा एकर बाद जखन पुलिस पहुंचल त पुलिस सेहो डाकबम कावड़िया के दौड़ा-दौड़ा पीटलक.  सभ कांवडिया पीटएला.  धर्म करय गेल छलाह... पुलिस सं पीटएला.  पुलिस जमि क लाठी भांजलक.  ओना हंगामा के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार झारखंड के राज्यपाल सं बात कएलखिन्ह, राज्यपाल जी एहि पर विचार करय के बात कहलखिन्ह.  आब देखु आगा कि होएत अछि.
ओना बाबा के जल ढारय के सिलसिला शुरू भ गेल अछि.  भरि रास्ता के संग बाबाधाम के मंदिर मे भक्त सभ के तांता लागि गेल अछि.  लोक भोरे सं... अनरौखे सं गंगाजल...  बेलपत्र... फूल माला ल जलाभिषेक करि रहल छथिन्ह.  सरकार के तरफ सं सेहो लोक... शिव भक्त के सुविधा लेल काफी व्यवस्था कएल गेल अछि.  एहि ठाम के प्रसाद के रूप मे पेड़ा रहैत अछि ओकरा खाय के आनंद दोसरे अछि.  मन तृप्त भ जाएत अछि.  एहि ठामक जकां पेड़ा आओर कतहुं नहि मिलत.  त देखय कि छी जल्दी तैयार होउ... चलु बाबा धाम.
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2 टिप्‍पणियां:

  1. बोल बम बोल बम
    हर हर महादेव
    हैपी सावन
    सभी मैथिली बंधुओँ को

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  2. I wish I cud read maithily and other languages/dilects of Bihar (which is unlikely as there are many) or the articles or discussions were in Hindi or english the language known to all biharis on net.


    Shekhar

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