भाई-बहिन... पति-पत्नी केर प्रेमक पावनि सामा-चकेवा दिल्ली मे धूमधाम सं मनाएल गेल. दिल्ली के बिरला मंदिर वाटिका परिसर गाम-घरक आंगन-दलान मे बदलि गेल छल.
माए-बहिन के उल्लास सं भरल छल पूरा वाटिका परिसर. हम सभ सेहो एकठाम एतेक मैथिल लोक के देखि खुश छलहुं. दिल्ली मे रहितहुं गाम मे पहुंचि गेलहुं. दिल्ली मे रहय वाला नेना-भुटका-बुच्ची सभ के लेल त ई एकटा नवका अनुभव छलन्हि.
एहि ठाम आबि लोक के लगलन्हि जे ई सभ होनाए कतेक जरूरी अछि. किएक त एहिठाम आएल सय मे सं नब्बे लोक के सामा-चकेवा के बारे मे नीक सं पता नहि छलन्हि जे ई किएक मनाएल जाएत अछि.
अपन मिथिला... बिहार के लाखों लोक गाम-घर सं दूर रहय छथिन्ह. नौकरी... काम-काज के सिलसिला मे बाहर रहय के कारण बाहरे घर-द्वार... मकान बना लेने छथिन्ह... आ फेर खरीद लेने छथिन्ह.
बाहर रहय वाला लोक अपन परिवार के सेहो अपने संग राखय छथिन्ह जेहि कारण हुनकर बाल-बच्चा गाम घर मे होए वाला सामा-चकेवा... जितिया... चौरचन... मधुश्रावणी... जूड़िशीतल... कोजगरा के बारे मे नीक सं नहि जानए छथिन्ह.
दोसर के की कहल जाए अपन हाल सेहे अछि. गाम -घर स दूर... सभ किछ सं दूर... पावनि-त्योहार सं दूर. बस गर्मी छुट्टी मे टिकट मिलल त गाम गेलहुं नहि त कहीं बाहर के प्लान बनि गेल त ओहो छूटि गेल.
ई हाल हमरे नहि बाहर रहय वाला बेसि लोक के छनि. एहन अछि जे गामक छठि देखला 12-15 साल के करीब भ गेल. नौकरी मे लोक बंधि जाएत अछि. अपना ऊपर किछ नहि रहैत अछि फेर बौआ सभ के स्कूलक छुट्टी के सेहो परेशानी.
एहन मे यूथ ऑफ मिथिलाक तरफ सं दिल्ली मे सामा-चकेवा के कार्यक्रम राखल गेल. एहि के लेल यूथ ऑफ मिथिलाक भवेश नंदन जी... कृपानंद जी... प्रकाश झा जी आओर अमिताश जी के जतेक प्रशंसा कएल जाए कम होए. हिनका सभक कोशिश सं ई कार्यक्रम काफी सफल रहल.
प्रकाश झा जी कार्यक्रम के आखिर मे सामा-चकेवा के बारे मे लोक के बतौलखिन्ह. लोक सभ अचरज करैत छलाह जे आई-काल्हि के लोक प्रेम-विवाह पर एतेक एतराज जताबैत अछि...दोसर कास्ट मे विवाह पर बाधा ठाड़ करैत अछि.
हुनका सभ के एहि कहानी सं सीख लेबाक चाही. पत्नी-पति के बीच प्यार... भाई-बहिन के प्रेम सं सीखय के चाही. एहि कहानी मे प्रकृति... पर्यावरण के संरक्षण के बारे मे लोक के सेहो आगाह कएल गेल अछि.
बिरला मंदिर वाला कार्यक्रम मे सिर्फ मैथिले लोक नहि आएल छलाह... कइटा पत्रकार...आओर विदेशी लोक सेहो एहि लोक प्रथा... पावनि के बारे मे जानए लेल मौजूद छलाह.
हमरा सेहो कइटा एहन लोक सं भेंट भ गेल जिनका सं सिर्फ ईमेल... फेसबुक... चैट सं सम्पर्क छलन्हि. शेषनाथ मिश्र जी सं सेहो एहिठाम भेंट भ गेल. शेषनाथ जी फरीदाबाद सं एहिठाम आएल छलाह.
शेषनाथ जी हमर भाई जीक संगी अशोक झा जीके जीजाजी सेहो छथिन्ह. 1993-94 मे आईएमसीसी सं पढ़ाई करला के बाद हम अपन इंटर्नशिप अशोक जीके संग कएने छलहुं. हमर डेस्क इंचार्ज छलाह राष्ट्रीय सहारा पेपर मे.
त एहन कार्यक्रम के दौरान अपन लोक सभ सं भेंट भेलाह पर खुशी दोगुना भ जाएत अछि. दू-चारि पल खुशी-खुशी सं गुजरि जाएत अछि. संगहि- संग अपन जड़ि सं सेहो जुड़ल रहैत छी.
अहां सभ सं सेहो आग्रह जे दिल्ली... मुम्बई... कोलकाता... गुवाहाटी जतय रहुं अपन मिथिलाक लोक मिलि क एहन कार्यक्रम सभ करैत रहुं. हमरा सभ के सेहो बुलाबैत रहुं.
आओर ओकर जानकारी सेहो देल करु जेहि सं हम पहिनहि सं ओकरा हेलो मिथिला पर द देल करब. आओर कोनो पावनि-त्योहार कार्यक्रम के फोटो...गीत नाद होए त सेहो भेज देल करु
हम ओकरा अपन फोटो के ब्लॉग मुस्कुराहट आओर गीतनाद के ब्लॉग मस्त गाने पर डालि देल करब.
Vidhukanta Mishra
जवाब देंहटाएं"pardesh mein rahi apan desh se judnai badd neek lagal....kaash humho attend ka paibtaun"
Vidhukant jee... ehi ber shuroo bha gel achhi ee sama chakewa... agila ber san aur dhoom dhaam san hoyat takhan Delhi NCR mein rahal wala sab lok jut tah...apne seho aayab...
जवाब देंहटाएंSanjay Kumar Jha
जवाब देंहटाएं"badd nik. ehina mithila ke utthan mein lagal rahu. bahut-2 sadhuvaad."
shukriya Sanjay jee...
जवाब देंहटाएंPrakash Jha :
जवाब देंहटाएं"भाई, सत्ते ई आयोजन नीक भेल । अगिला साल स' एहि मे आरो विस्तार देबाक प्रयास कयल जेतैक ।"
हितेंद्रजी ,
जवाब देंहटाएंअपनेक उपस्थिति आ समस्त मैथिलक ओ हर्ष हमरा सबके आगू बढ़'के उत्साह देलक .
जय मिथिला जय मैथिलि
कमलेश किशोर झा
उपाध्यक्ष आ प्रवक्ता
यूथ ऑफ मिथिला
apne sab gota ke youth of mithila ke taraf s hardik dhanyabad je atet ruchi lel hum vijendra gupta ji ke seho dhanyabad karai chhiyan je ehi samachar ke atek nik dhang s prastut kela a hello mithila ke site par ekra mahatwapurn jagal dela.
जवाब देंहटाएंJai mithila
jai maithili
Anand jha
Secretary
youth of mithila