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राजनीति में इहे होइछै !

राजनीति में नहिं कोई दोस्त होइत अछि नहिं कोई दुश्मन. मौका पर जे संग देय से दोस्त... नहिं s दुश्मन. सभगप्प मौकापरस्ती के होई छै. मौका परल नहिं कि सभ सं नीक दोस्त... दुश्मन बनि गेल आओर सभसं बड़कादुश्मन खांटी दोस्त. किछ समझि में नहिं आबैत छै. एक दोसरा के सम्मान सेहो खत्म भेल जाइ छै. राजनीतिकमजबूरी अपन जगह छै. मुदा आब राजनीति एकटा जोड़तोड़...खरीद फरोख्त के बाजार बनि गेल अछि. सभककोशिश एकटा रहैत अछि कोनो तरहे हाथ में सत्ताक सूत्र बनल रहय... कोनो तरहे सत्ता बनल रहय. चाहे ओकरालेल किछओ किएक नहिं करय पड़य. राजनीति में अखनो बड़ नीक लोक सभ छथिन्ह मुदा किछ एहनो लोक सभआबि गेलाह अछि जिनका कारणे राजनीतिक स्तर गिरल अछि. पहिने राजनेता ओहन लोक बनय छलाह जेशुरूए सं सामाजिक कार्य... समाजसेवा... जनसेवा में लागल रहैत छलाह. एकटा विचारधारा s s चलैतछलाह. अपन विचारधारा के लड़ाई लड़ैत छलाह. किछ खास मकसद s चलय छलाह. जनता आओर राज्य केखुशहाली पर हुनकर नजर रहय छल. एहि लड़ाई के कारणे इलाका के बच्चा-बच्चा हुनका संग दैत छल. गाम-गामघर-घर के लोक सभ सम्पर्क में रहैत छलाह. हुनकर सभ सं बड़का चिंता रहैत छल जे जनता के उम्मीद परकेना खरा उतरताह. लोकक दुख-दर्द के अपन दुख-दर्द समझय छलाह.
मुदा आब पूरा ध्यान अपना ऊपर रहय छन्हि. आई काल्हि के नेता के देखिऔ. तीने-चारि साल में हुनकर आमदनीसौ... हजार गुना बढ़ि जाइ छन्हि. एकटा छोटका घर सं कइटा बंगला... फ्लैट बनि जाइ छन्हि. फार्म हाउस मॉलबना लैत छन्हि. सीबीआई कोनो जांच होय कोनो फर्क नहिं पड़ैत छन्हि. विरोध में रहला पर जांच शुरू समर्थन में अएला पर सभ जांच कोठी तर में चलि जाइ छनि.
आई काल्हि सरकार बचाबय के लेल यूपीए के नेता सभ जोड़तोड़...गुणा-भाग में लागल छथि. सभक चिंता किसरकार के केना बचावल जाय. एक-एक सांसद के खोजय जाय लागल अछि. सरकार के संकटमें आबय सं कइतरहक संकट आबि गेल अछि. सरकार के ध्यान पर देशक कामकाज सं हटि सरकार के बचाबय पर आबि गेलअछि. बाजार सेहो डगमगा हरल अछि. मुदा सभस बड़का बात छै जे जेहि मुद्दा पर लेफ्ट सरकार सं समर्थनवापस लेलक अछि नवका मुद्दा नहिं अछि. मुदा टांग खींचलक चुनावक समय करीब अएला पर. चारि सालजतेक मलाई खाय के छल खइलकि आब मैदान में सेहो जयबाक छन्हि... कोन मुंह s जएताह. बहाना नीकभेटल. अमरीका संग परमाणु डील. कांग्रेस सेहो चाहैत छल जे किछ एहन होय जाहि सं लोक महंगाई के बिसरिदोसर मुद्दा में भटकि जाय. लेफ्ट मौका देलक. एहि मौका के तलाश में समाजवादी पार्टी सेहो छल. बसपा केप्रहार सं हुनकर हालात नहिं घरक नहिं बाहर वाला रहि गेल छल. बसपा सेहो ओहि समय कांग्रेसक समर्थन संसमाजवादी पार्टी के खिलाफ जोर- शोर सं अभियान चलैने छल. मुदा लेफ्ट बसपा के हटिते समाजवादी पार्टी केलेल जेना छिंका टुटल तुरंते लपकि लेलाह. जे अमर सिंह कांग्रेस के नाम आबिते बिदकि जाइ छलाह आई ओहि पार्टी के तारणहार बनि गेलाह अछि. कहय छथिन्ह किछ s जाइ सरकार के नहिं गिरय देबय. जेसीबीआई काल्हि तक मायावती के समर्थन के समय समाजवादी पार्टी के परेशान करय छल आब उहे सीबीआईसामाजवादी पार्टी के कांग्रेस के करीब आबिते मायावती के खिलाफ मामला उठाबय लागल.
बड़ घोंच छै ... किछ समझि में नहिं आबैत छै. आई गरिअएलौं काल्हि गठजोड़ कएलौं. एतेक जोड़तोड़ होय छैकि सभ किछ ओझरा जाइ छै. अपना सभ ओझराइल रहय छी सभ हमरा सभके कठपुतली जकां नचाबैतरहैत छथि. अपना के गरीब लोक के संगी... पहरुआ कहय वाला लेफ्ट अखन महंगाई पर चुप्पी साधने अछि. लेफ्टके डील सं बेसि महंगाई पर समर्थन वापस लेबाक चाहि छल. मुदा चारि साल सरकार के हर गलत-सही में संगचलल... साथ देलक. आब जखन चुनाव में किछ दिन रहि गेल अछि s धोंस दिखा रहल अछि. समाजवादी पार्टी केसेहो लगैत अछि मायावती सं बचय के लेल कांग्रेस के संग जरूरी अछि आओर जहां तक चुनाव के गप्प s यूपी मेंकांग्रेस के कोनो खास असर चलय वाला नहिं अछि... यूपी में या s बसपा या सपा... तेसर पर बीजेपी ओकर बादकांग्रेस. सपा के लगैत अछि जे अखन कांग्रेस के दामन थामने नुकसान नहिं फायदा अछि. सभ बात फायदा-नुकसान पर आबि जाइत अछि.
एतबा सभ के बादो हम सभ हुनका सभ के समझि नहिं पाबैत छी. चुनावक समय... वोटक समय सभ भूलि जाति- पाति में...भाई भतीजावाद में भटकि जाइ छी. ध्यान रखल जाई उम्मीदवार कोनो दल के किएल नहिं होय ... जेनीक उम्मीदवार होय हुनके चुनि अपन प्रतिनिधि बनाउ.
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