नया साल अएला पर दोस्त सभक बधाई मिलल. हमहुं दोस्त सभ के नयका साल के मंगलमय होबय के शुभकामना देलहुं. पिकनिक मनाबय लेल दिल्ली सं बाहर गेलहुं. चारि पांच दिन मस्ती में केना गुजरि गेल पता नहिं चलल. मुदा एकटा गप्प हम अहां सभ सं शेयर करय चाहब ओ ई कि हमर संगी सभ हर साल के तरह एहि बेर सेहो कइटा शपथ...संकल्प...रिजोल्यूशन लेला. पार्टी में चाहे केतबो खएला...पिला मुदा कसम खएला जे नया साल में पिनाय बंद... आई सं शराब, सिगरेट के हाथ लगानाय बंद. इहो कसम खयलाह जे आब सेहत पर पूरा ध्यान देब...तेल मसाला कम खायब...रोज पार्क में घुमय लेल जायब...कसरत ...योग करब... परिवार के संग ज्यादा समय बितायब...बच्चा सभ के घुमाबय फिराबय लय जायब... माता पिता के संग ठीक सं पेश आयब... हुनकर सम्मान करब. मुदा अखन दसे दिन भेल अ कि सभक शपथ कतS चलि गेल पता नहिं.ओहिना पुरनका रंग ढंग. कोनो बदलाब नहिं.
जे दोस्त सभ ई कसम खयले छलाह जे फिजुलखर्ची छोड़ि बचत पर ध्यान देताह ओ फिर सं सिगरेट शराब शुरू कय देलाह अ. आखिर ऐहन कसम खयला सं कि फायदा. आई कसम खयलौं आ काल्हि भूलि गेलहुं. नया साल पर कइटा लोक शपथ लैत छथि जे आब पढ़ाई लिखाई पर ध्यान देब. नयका नौकरी करब.
इहे नहिं लोक नववर्ष पर दोसरा के मदद करबाक...जन सेवा करबाक... समय के सम्मान करबाक... ऑर्कुट पर ज्यादा समय नहिं देबाक...चैटिंग कम करय... काम के टेंशन नहिं लेबय के शपथ लैत ..मुदा किछ नहिं भ पबैत अछि. दु चारि दिन बाद हुनका खुद याद नहिं रहय छनि जे ओ कि शपथ लेने छलाह. साल के पूरा होय सं पहिने जे शपथ लेल जाइत अछि ओ साल कि दस बाहर दिन तक नहिं टिक पाबैत अछि. असल में कई बेर हम एकन कसम ल लैत छी जकरा एकाएक पूरा करनाय कठिन भ जाइत अछि. एकरा लेल हमरा सभके धीरे धीरे कदम उठाबय के जरूरत अछि. संतुलन बनाकय चलय ते जरूरत छै. संकल्प लेनाय गलत नहिं अछि. मुदा एहन नहिं राखु जकरा पूरा करनाय असंभव भ जाय. जे भय सकय ओकरे करु. सिस्टमैटिक ढंग सं करु. एकहिं बेर में सभ किछ करय के कोशिश नहिं करु. एक एक क पूरा करु. हम त अपन दोस्तक सभ सं इहे चाहैत छी जे ओ बेसि नहिं त किछ त कोशिश करताह अपन संकल्प के पूरा करय के. हमर शुभकामना हुनका संग अछि.
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