दिल्ली में रहय वाला मैथिल लोकनि के लेल बड़ खुशी के बात अछि. दिल्ली में मैथिली अकादमी बनाबय के फैसला ल लेल गेल अछि. दिल्ली के मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के अध्यक्षता में भेल मंत्रिमंडल के बैठक में मैथिली आ भोजपुरी अकादमी के गठन पर मोहर लगा देल गेल. बैठक के बाद मुख्यमंत्री कहलथिन्ह जे अकादमी जल्दीए बनत किएक त दिल्ली में मैथिली आओर भोजपुरी बाजय वाला लोक के तादाद काफी ज्यादा अछि. सुश्री शीला दीक्षित ईहो कहलथिन्ह जे मैथिली के अपन विशेष सांस्कृतिक पहचान अछि आओर ई संविधान के आठवीं अनुसूची में शामिल सेहो अछि. मैथिली के अपन साहित्य अई. विद्यापति जैसन कविक भारतीय साहित्य के अपन अलगे योगदान अछि. मुख्यमंत्री जी के अनुसार मैथिली आओर भोजपुरी सं दिल्लीक सांस्कृतिक परिदृश्य काफी समृद्ध अछि. दिल्ली के लेल छठ पूजा एकटा अभिन्न अंग बनि गेल अछि. एहि लेल दुनु भाषा के लेल एकटा अलग अकादमी बनाबय के जरूरत छल. ओ कहलथिन्ह जे उम्मीद अछि ई अकादमी जल्दीए अपन अस्तित्व में चलि आयत.
दिल्ली में बनय वाला मैथिली आओर भोजपुरी अकादमी कई तरहक कार्यक्रम, गोष्ठी आओर प्रदर्शनी आयोजित करत. दोसर भाषा के साहित्य के अनुवाद सेहो होयत जाहि सं मैथिली में नीक-नीक किताब पढय लेल लोक के मिलत. मैथिली ओर भोजपुरी सं जुड़ल संस्था के मदद सेहो देल जायत. प्रतिष्ठित साहित्यकार के संग संग नवका लेखक सभ के सेहो प्रोत्साहन मिलत. हुनका किताब निकलबा में सहयोग देल जायत.
ओना दिल्ली में एहि सं पहिने सं पांच भाषा के अकादमी अछि... हिंदी. पंजाबी. उर्दू, संस्कृत आओर सिंधी के. ई सभ अपन भाषाक प्रचार प्रसार में जुटल छथि आओर समय समय पर कार्यक्रम सभ करैत रहय छथि.आशा अछि जे एहिना मैथिली आ भोजपुरी अकादमी प्रचार प्रसार के लेल काज करत. एहि सिर्फ दिल्लीए नई समस्त मैथिली लोकनि के लाभ होयत. साहित्य... संस्कृति आओर समृद्ध होयत. एहि लेल मुख्यमंत्री के संगहि संग केंद्रीय मंत्री शकील अहमद जी... अखिल भारतीय मिथिली संघ आओर एहि लेल आंदोलन चलाबय वाला लोक सभ धन्यवादक पात्र छथि जे हुनकर मेहनत आखिरकार रंग लायल.
एहि निर्णय हेतु ओ सदिखन स्वागताऱ छथि।
जवाब देंहटाएंसूचनार्थ धन्यवाद।