मधुबनी मे मैलोरंग के तरफ सं शुक्र, शनि आ रवि... तीन दिन मिथिला रंग महोत्सव भs रहल अछि.
मैलोरंग...मैथिली लोक रंग दिल्ली के संस्था अछि आओर एहि संस्था के बेसि नाटक दिल्ली मे होएत अछि. दिल्ली मे मैलोरंगक कइटा नाटक देखबाक सौभाग्य मिलल अछि.
महेंद्र मलंगिया जी आओर प्रकाश झाजीक नेतृत्व मे
मैलोरंग बड़ नीक काज करि रहल अछि.
मैथिली नाटकक जे काज गाम दस नहि भ पाबैत अछि ओ मैलोरंग दिल्ली मे करि रहल अछि.
गामक एकटा छोड़ि मैथिली केर जतेक नाटक देखय लेल मिलल ओ सभ दिल्ली मे. दिल्ली के मंडी हाउस मे प्रकाश झाजीक निर्देशन मे कइटा नाटक देखय लेल मिलल.
प्रकाशझा जी मांजल निर्देशक छथिन्ह. हिनकर निर्देशन मे भेल नाटक लोक के कुर्सी सं बान्हि क राखि दैत अछि. जतेक देर नाटक चलत अहां अपन जगह सं सरैकि नहि सकय छी.
लोक के मंत्रमुग्ध करि दय छथिन्ह. नाटक देखला के बाद लागत जे मन तृप्त भs गेल.
शुक्र दिन एक मई सं मधुबनी मे जे मिथिला रंग महोत्सव भs रहल अछि ओ अहांके गिरिधारी नगर भवन...टाउन हॉल मे भs रहल अछि.
अहां एक सं तीन मई धरि पांचटा नाटकक आनंद उठा सकय छी. नाटक सांझ के साढ़े छह बजे शुरू भs जाएत.
मैलोरंग के ई पांचों नाटक भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालयक सहयोग सं भs रहल अछि
पहिल दिन शुक्र के रामेश्वर प्रेम जीक लिखल नाटक जल डमरू बाजे होएत. एकर निर्देशन प्रकाश झाजी खुद करताह.
दोसर दिन दू मई के महेंद्र मलंगिया जीक नाटक देह पर कोठी खसा दिय आओर रोमियो जूलियट पर आधारित मैथिली नाटक चान चकोर के मंचन होएत.
देह पर कोठी खसा दिय के निर्देशन करताह मुकेश झाजी आओर चान चकोर के निर्देशन प्रकाश झाजी करताह.
महोत्सव के अंतिम दिन तीन मई रवि के सेहो दुटा नाटक अछि. राजकमल चौधरी जीक मैथिली नारि: चारि रंग आओर फांस.
मैथिली नारि: चारि रंग के निर्देशक छथिन्ह देवेन्द्र जी आ फांस के निर्देशक श्याम कुमार साहनी जी छथिन्ह.
मैलोरंग के सभ कलाकार एक पर एक छथिन्ह. मुकेश झाजी मैलोरंग के स्टार छथिन्ह. संतोष जी, प्रवीण जी, अनिल जी सभ अपन अभिनय सं अहां के थापैड़ि बजाबय लेल मजबूर करि दैताह.
मधुबनी...मिथिलाक लोक के लेक ई नीक मौका अछि जे मैलोरंग अहां सभ लेल पांचटा मैथिली नाटक देखबाक अवसर आनलक. एकरा मिस नहि करब.
जय मिथिला...जय मैथिली.
बहुत सुन्दर एवं उपयोगी पोस्ट के लिए धन्यवाद ! आपने एक अच्छे विषय के बारे में जानकारी दी है !
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