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धर्मनिरपेक्षता केर मतलब की? कि धर्मनिरपेक्षता सिर्फ हिंदू के लेल अछि?

देश में आई-काल्हि चुनाव के टाइम धर्मनिरपेक्षता के नाम पर अल्पसंख्यक वोट के लेल जेहन राजनीति भ रहल अछि ओकरा कोनो मायने मे धर्मनिरपेक्षता नहि कहल जा सकैत अछि.

कांग्रेस पार्टी बीजेपी आओर नरेंद्र मोदी के सांप्रदायिक करार करि जमि क कोसैत अछि. कांग्रेस आरोप लगाबैत अछि जे बीजेपी धर्म के राजनीति करैत अछि.

मुदा जखन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी से मिल बीजेपी के खिलाफ एकमुश्त अल्पसंख्यक वोट देबय के बात करलीह तखन कि ई धर्मनिरपेक्षता
के बात भेल की.

बुखारी प्रेस कॉन्फ्रेंस करि मुसलमान के बीजेपी के खिलाफ आओर कांग्रेस...टीएमसी के पक्ष मे वोट देबय के एलान करय छथिन्ह कि ई धर्मनिरपेक्षता अछि.

धर्मनिरपेक्षता के दुहाई द जे लोक पूरा भारत मे हो-हल्ला करय छथिन्ह वो पाकिस्तान आओर कश्मीर मे हिन्दू के प्रति होएवाला भेदभाव पर मौन ध लए छथिन्ह.


अगर अहां मुस्लिम हित के बात करिऔ तं धर्मनिरपेक्ष...आओर हिंदू हित के बात करिऔ तं साम्प्रदायिक. हिंदू धर्मगुरु सं बात करिऔ सं साम्प्रदायिक आओर मुस्लिम धर्मगुरु सं फतवा जारी करबिऔ तं धर्म निरपेक्ष.


दोसर के सांप्रदायिक बताबए वाला राहुल गांधी जखन बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के बोटी-बोटी काटय वाला बयान दय वाला सहारनपुर के कांग्रेसी उम्मीदवार इमरान मसूद के पक्ष लय छथिन्ह त कि ओ धर्मनिरपेक्ष भेलाह.

देश मे अहां करीब-करीब सभ हिंदू नेता के मुस्लिम हित के बात करैत देखैत होएब मुदा कि अहां कोनो मुस्लिम
नेता के हिंदू हित के बात करैत देखलौं?

अहां कई हिंदू के वालेकुम सलाम कहैत सुनने होएब मुदा कोनो मुस्लिम के जय श्रीराम या हरि ओम कहैत सुनलौं?

चुनाव के समय मुलायम सिंह यादव...नीतीश कुमार आओर लालू यादव जैसन नेता के मुस्लिम टोपी पहिनने देखैत होएब मुदा कोनो मुस्लिम नेता के कहिओ तिलक लगनौ देखलौं?

विकिपीडिया के अनुसार धर्मनिरपेक्षता, पंथनिरपेक्षता या सेक्युलरवाद एक आधुनिक राजनैतिक आओर संविधानी सिद्धान्त अछि. धर्मनिरपेक्षता केर मूलत: दूटा प्रस्ताव अछि-
1) राज्य केर संचालन आओर नीति-निर्धारण मे धर्म, मजहब (रेलिजन) केर हस्तक्षेप नहि होबाक चाही.
2) सभ धर्म केर लोग कानून, संविधान और सरकारी नीति के आगा एक समान अछि.

धर्मनिरपेक्षता के बारे मे आओर जानए लेल ई लिंक क्लिक करु
धर्मनिरपेक्षता की भारतीय अवधारणा

देश के संविधान मे सभ धर्म के मानय वाला लोक के समान अधिकार देल गेल अछि. धर्म के आधार पर ककरो से कोनो भेदभाव नहि कएल जाएत. सभ लोक के अपन धर्म आओर संस्कृति के रक्षा करैत जीवन यापन करय के अधिकार अछि.

धर्मनिरपेक्षता के मतलब अछि जे देश के सभ नागरिक अपन मर्जी सं कोनो धर्म केर पालन करि सकय छथिन्ह. सभ धर्म केर लोक के देश में बराबर अधिकार प्राप्त होएत. धर्म के आधार पर ककरो सं कोनो भेदभाव नहि कयल जाएत. सरकार के जिम्मेदारी होएत जे सभ धर्म केर लोक के सुरक्षा आओर बराबर अवसर मिलैत रहय

मुदा वोटबैंक के राजनीति मे आईकाल्हि जे अल्पसंख्यक के बात करय छथिन्ह वो अपना के धर्मनिरपेक्ष कहय छथिन्ह आओर बाकी के साम्प्रदायिक. अहांके कि कहनाए अछि एहि पर. अहां अपन राय जरूर राखु.

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