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बुलंद भ रहल अछि मिथिला आवाज

दरभंगा सं निकलय वाला मैथिली दैनिक मिथिला आवाजक आवाज दिन पर दिन बुलंद भ रहल अछि.
मिथिला आवाज

लोक के बीच ई अखबार अपन जगह बना रहल अछि. लोक सभ आब पेपर वाला सं एहि अखबार के मांगि आओर खरीद रहल छथिन्ह.

मैथिली मे अखबार के जरूरत बड़ दिन सं महसूस भ रहल छल. एहि कमी के पूरा करय लेल
सीएम झा जी के जतेक प्रशंसा कएल जाए कम होएत.

ई जानतहुं कि अखबार-चैनल निकलनाए घाटा के सौदा अछि...एहि सं कोनो कमाई नहि भ सकैत अछि...सीएम झाजी ई रिस्क लेलखिन्ह... ई कोनो छोट गप नहि अछि.

मिथिलांचल मे जतय हिंदुस्तान... दैनिक जागरण... प्रभात खबर आओर आज जैसन जमल-जमाएल अखबार अछि ओतय एकटा नव अखबार... ओहि मे मैथिली मे लनाय बड़का रिस्क छल. मुदा मैथिली आओर मिथिलाक प्रति प्रेम के कारण सीएम झा जी एहि पेपर के शुरू करलाह.

सीएम झाजी सं तं मुलाकात नहि अछि... मुदा जेहिआ हुनका भेंट होएत... हम हुनका एहि लेल धन्यवाद जरूर देबन्हि.

मिथिला मे मैथिलीक हाल ई अछि जे एकर पढ़ाई-लिखाई एकदम सं चौपट अछि. स्कूल कॉलेज मे एकर पढ़ाई नहि के बराबर भ रहल अछि.

स्कूल मे क्लास 9-10 मे मैथिली अछि. मुदा पढ़ाई के ई हाल जे अहांके मोन अछि तं पढ़ु नहि तं नहि. सभसं पैघ गप ई अछि जे अहां पहिला सं आठवां तक मैथिली पढ़लहुं नहि... एकाएक नमा मे पढ़ब सं केना पढ़ब आ केना लिखब... नंबर कम आएत. नीक सं...सही सं लिख नहि पाएब.

एहन स्थिति जतय मैथिली पढ़य-लिखय वाला लोक के संख्या दिन पर दिन कम भ रहल होए...ओतय मैथिली मे दैनिक अखबार शुरू करनाय...करेजक काज आछि.
मिथिला आवाज पढ़ैत सीएम नीतीश कुमार


कागज...छपाई...बेचनाय...पत्रकार आओर आन लोकक वेतन...मकान...मशीनक खर्च देखल जाए तं लाखों टका के खेल अछि. पेपर चलानाए आसान काज नहि अछि.

एहि सभ के ध्यान मे रखितहं 14 दिसंबर 2012 के मिथिला आवाज अखबार शुरू भेल. शुरू मे तं पेपर मुफ्त मे बांटल गेल लोक के आदत लगाबय लेल... ई जनाबय लेल जे मिथिला आवाजो एकटा पेपर अछि.

शुरू मे लोक सभ के एकदम सं अजीब टाइप के लगलन्हि मैथिली मे अखबार. सभ दिन हिंदी...अंग्रेजी मे अखबार देखय के आदत लगि चुकल छलन्हि.

मुदा आब लोक के ओ आदत बदलि रहल छनि. आब ओ मिथिला आवाज अखबार के खोजय छथिन्ह.

एकर एकटा कारण एकरा जमीन सं जुड़ल होबाक अछि. एहि मे गाम-घर के खबर लोक के मिलय छनि. अपन भाषा मे अपन खबर मिलय छनि.

आधुनिक...नव तकनीक सं एकर प्रकाशन भ रहल अछि. वेब ऑफसेट मशीन सं छपाई भ रहल अछि जे एकरा नेशनल अखबार के समकक्ष राखैत अछि.

हिंदुस्तान...जागरण...प्रभात खबर सं कोनो कम नहि दिखायत अछि. रंगीत पेज रहैत अछि. अपन रिपोर्टर के संग वार्ता आओर हिंदुस्तान समाचार न्यूज एजेंसी के कारण देश-दुनिया के ताजा खबर लोक के पहुंचैत अछि.

क्वॉर्क एक्सप्रेस पर डिजायन होए के कारण एकर डिजायन...लेआउट सेहो नीक अछि. दरभंगा ऑफिस मे 50 टा सं बेसि पत्रकार मिथिला आवाज निकालय लेल जुटल रहल छथिन्ह.

पिछला दिन एकर ऑफिस जाए के मौका मिलल. जतय सोनू मिश्रा जी आओर कुमार शैलेन्द्र जी सं भेंट भेल. हमरा मिथिला आवाजक दफ्तर देखौलाह आओर काज के बारे मे बतौलाह.

सोनू जी मिथिला आवाजक पूरा कॉर्डिनेशन देखय छथिन्ह आओर शैलेन्द्र जी न्यूज एडिटर छथिन्ह.

सोनू जी बतौलाह जे एकर सर्कुलेशन दिन पर दिन बढ़ि रहल अछि...गाम-घर दिस एकर मांग बढि रहल अछि. लोक सभ के नीक रेस्पांस मिल रहल अछि.

हिनकर इहो कहनाए छलन्हि जे मिथिला आवाजक ईपेपर मैथिली भाषी लोक के बीच काफी हिट भ रहल अछि.

ई पेपर अहां एहि लिंक के क्लिक करि देख सकय छी-  www.mithilaawaz.org

सोनू जी आओर शैलेन्द्र जीक इहो कहनाए छलन्हि जे अखबार के ओ ग्रामीण इलाका दिस पहुंचाबय के कोशिश मे लागल छथिन्ह जतेय मैथिली लोक के आत्मा बे बसैत अछि.

हिनकर इहो कहनाय छलन्हि जे धीरे-धीरे ई कोशिश भ रहल अछि जे पेपर किताबी टाइप के भारी-भरकम मैथिली टा नहि रहय... बोलचाल मे चलय वाला मैथिली टाइप के होए.

संपादकीय आ दोसर पैघ लेख...न्यूज मे एहन मैथिलीक इस्तेमाल भ रहल अछि जे मैथिली पढ़ाई-लिखाई नहि होए के कारण हमरा जैसन कइटा लोक नहि समैझि पाबय छथिन्ह.

एहि हिसाब सं अगर बोलचाल वाला मैथिली लिखय के कोशिश भ रहल अछि तं नीक खबर अछि. एहि सं मिथिला आवाज आओर बुलंद होएत.

1 टिप्पणी:

  1. सीएमजे विश्वविद्यालय के कुलाधिपति चंद्रमोहन झा के खिलाफ वारंट

    http://www.liveaaryaavart.com/2013/05/blog-post_2971.html

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