अपना सभ साल भरि लsदsक सभ भगवान के पावनि-त्योहार... जयंती... अष्टमी... नवमी मनावौत छी. दूर्गापूजा... रामनवमी... कृष्ण जन्माष्टमी... महावीर जयंती... बुद्धजयंती... परशुराम जयंती... विश्वकर्मा पूजा... महाशिवरात्री आओर नहि जाने कोन-कोन? मुदा अपना सभ मैथिल जिनका सं सभ सं बेसि जुड़ल छी हुनका बिसरौने छी.
माँ जानकी मिथिलाक जननी छथि आ हुनके नाम सं मिथिलाक नाम अछि. माँ जानकी मिथिलाक धिया छलीह. मिथिलाक सीतामढ़ी मे प्रकट भेल छलीह. देश-दुनिया के कष्ट
के दूर करय लेल मिथिला मे अएलीह. मुदा दुनिया के कष्ट दूर करय वाली मां जानकी के हम सभ आई सिर्फ कष्टे मे याद करय छी.हम सभ नीक सं सीतानवमी नहि मनाबय छी. कतेक लोक के एहि बारे मे पता सेहो नहि छनि. एहि बेर 12 मई के सीता नवमी अछि. हमरा सभ मैथिल के एहि पावनि के धूमधाम सं मनाबय के अछि. एकरा अहां मिथिलानी दिवस के रूप मे सेहो मना सकय छी.
एहि के लेल हमरा सभ के यूथ ऑफ मिथिला के धन्यवाद देबाक चाही जे एहि बात पर ध्यान द एकरा जोर-शोर सं मनाबय जा रहल छथिन्ह. एकर शुरूआत दिल्ली सं भ रहल अछि. सीता मैया विश्व मे धैर्य आ पतिव्रत धर्मक प्रतीक छथीह.
अहां सभ अपन-अपन गाम घर मे सेहो सभ गोटे मिलsक सीतानवमी मनाबी. एकरा बड़का स्तर पर मनाउ. छुट्टी लेबय पड़य त लिअ. पहिने मिथिलाक बड़ लोक आओर संस्था सभ सीतानवमी के राष्ट्रीय स्तर पर मनाबय के कोशिश मे लागल रहलाह. मुदा कामयाबी नहि मिललन्हि. एकरा अहां बदलि कs राखि दिअ.
आब यूथ ऑफ मिथिलाक प्रयास सं लगैत अछि ई संभव भ सकैत अछि. किएक त अखन धरि एहि सं जुड़ल मिथिलाक युवा जे ठानलाह ओ पूरा करलाह. चाहे सामा चकेवा होए आ जुड़शीतल. उम्मीद अछि एहि मे सेहो अहां सभक सहयोग मिलतन्हि.
एहि बेर एकर शुरुआत दिल्ली के लाजपत नगर स्थित शीतला माता मंदिर सं भ रहल अछि. 12 मई के गुरुवार अछि. एहि दिन 12 बजे सं राति के साढ़े आठ बजे धरि कई तरहक कार्यक्रम राखल गेल अछि.
अहां सभ के यूथ ऑफ मिथिला परिवार तरफ सं न्योत अछि जे सपरिवार आबि सीता मातापूजाक लाभ उठाऊ आ माँ सीताक आशीर्वाद संगे सीतायण वाचन के पुण्य कमाउ.
कार्यक्रम एहि तरहे अछि.12 मई 2011 वृहस्पति दिन , शीतला माता मंदिर, लाजपत नगरभोर 10:30 बजे पूजाक शुभारम्भ12 बजे सं समुचित मैथिली सीतायण वाचन एवं प्रसाद वितरणसांझ 7:30 बजे धरि माँ जानकीक मैथिली कीर्तन आ भजन
हमर ईमेल:-info@hellomithilaa.com
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