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प्राइवेट ट्यूशन पर रोक

बिहार मे अगिला मास सं सरकारी स्कूलक मास्टर साहेब के प्राइवेट ट्यूशन पर रोक लागि रहल अछि. आब कोनो सरकारी प्राइमरी आओर मिडिल स्कूलक टीचर ट्यूशन नहि पढ़ा पएताह. एक अप्रैल 2010 सं शिक्षा अधिकार कानून लागू भs जाएत. एहि के मुताबिक राज्यक सरकारी प्राइमरी आओर मिडिल स्कूलक शिक्षक आब नहि तं कोनो निजी संस्थान मे पढ़ा पएताह नहि निजी ट्यूशन कs पएताह. राज्य सरकारक ई एकटा नीक कदम कहल जा सकैत अछि. एहि सं सर जी आब विद्यार्थी सभ पर बेसि ध्यान द पएथिन्ह. नहि तं स्कूल के पढ़ाई सं बेसि हुनकर ध्यान घरक ट्यूशन पर रहय छलन्हि. जे विद्यार्थी ट्यूशन पढय सं इनकार कएलक ओकरा कम नंबर देल गेल आ फेर स्कूल मे भारी-भारी सवाल पूछि आ फेर दस तरहे हताश कएल जाएत छल. पढ़ाई... पढ़ाई नहि भs पूरा दोकानदारी भs गेल. एकरा पर रोक लगनाय जरूरी छल. मुदा अखनो पूरा उपाय नहि कएल गेल अछि. मिडिल स्कूल के बाद कि ? अगर रोक लगाबहे के छल तं सभ तरहक ट्यूशन पर रोक लगबाक चाही छल. आ तं सरकारी नौकरी करु आ फेर प्राइवेट ट्यूशन. ई बात हाई स्कूल आओर कॉलेज मे सेहो लागू होबाक चाही. नहि तं दिन पर दिन नव-नव कोचिंग संस्थान खुलैत रहत आओर सरकारी टीचर सभ ओतय पढ़ाबय लेल जाएत रहताह.
हमर ईमेल:-hellomithilaa@gmail.com

2 टिप्‍पणियां:

  1. हमरा बुझने बिहार सरकार द्वारा शिक्षक लोकनिक देल जा रहल वेतन 'ओतेक कामो' नहि अछि.....! मुदा सवाल एतय ट्यूशन पढ़येबा वा नहि पढायेबा के नहि अछि........ शिक्षक निष्ठापूर्वक कक्षा में पढेताह कि नहि, समस्या त' से अछि. कोढ़ में खाज ई जे अनुवंध पर नियुक्त कएल जा रहल शिक्षक लोकनिक वास्तविक योग्यता कि छिऐन्ह ......... ओ पर्दाक पछा सँ सभ के ज्ञात अछि ! एहन विषमता मे शिक्षा मे गुन्वत्ताक कि ख्याल करी......... बात त' वैह भ' जाएत......... बबुर रोपि आमक इच्छा करी !!!!
    खैर... ई सभ अहिना चलैत रहत ! हितेंद्र जी अपनेक अनवरत जनजागरण हेतु धन्यवाद. अपनेक अहर्निश पत्रकार धर्मक निर्वाह स्तुत्य अछि !!

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  2. करण जी अहांक बहुत -बहुत धन्यवाद.

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