आई गामक एकटा मित्र सं गप भs रहल छल. हुनका सं पूछलिएन्हि जे हेलो मिथिला पढ़य छी कि नहि ? हुनकर साफ कहनाय छलनि जे होउ जखन साइबर केफे मे जाए छी त मेल चेक कs आबि जाए छी. कई बेर असल मे पूरा http://hellomithilaa.blogspot.com लिखनाय भारी बुझाएत रहैत अछि. हम कहलिएन्हि जे अहां के कहनाय सही अछि. भs सकैत अछि एहन कतेक आओर लोक सभ सोचैत होएथिन्ह . हम हुनका कहलिएन्हि एकटा उपाय अछि. अहां जखन पेज खोलय छी तखन ऊपर टूलबार पर file ... Edit... View... History... Bookmarks... Tools लिखल रहैत अछि. अहां ओहि मे सं Bookmarks के क्लिक कs Bookmark This Page के क्लिक कs दिउ. आब अहां के हेलो मिथिला के पेज हमेशा के लेल सेव भs गेल. आब अहां जखन एड्रेस बार मे hello mithilaa लिखनाय शुरू करब ओ पूरा एड्रेस अपने-आप ओहिठाम देखाय लागत. अहां ओकरा क्लिक कs पेज आराम सं खोलि लिअ. कोनो दिक्कत नहि होएत आओर हेलो मिथिला सं सेहो जुड़ल रहब.
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हमर ईमेल:-hellomithilaa@gmail.com
Neek...barh neek. Ehi lekh san kai lok ke faaida hoyat.
जवाब देंहटाएंRanjan Kumar
Kadirabad
Darbhanga
Bookmarks ke jagah kai tham favorites rahai chhai
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