बिहार विद्यालय परीक्षा समिति... बोर्ड के परीक्षा मे आब अंग्रेजी अनिवार्य होएत. फैसला ल लेल गेल अछि. लागू कहिआ सं होएत एहि पर किछ नहि कहल जा सकैत अछि. ओना कोशिश भs रहल अछि जे अगिला साल सं एकरा लागू करि देल जाए. मुदा बिहार मे जे पढ़ाई के हाल अछि ओकरा देखैत एहि पर संदेह लगैत अछि जे ई अगिला साल सं लागू भ पाएत. बिहार बोर्ड मे अखन अंग्रेजी कंपल्सरी नहि अछि. अंग्रेजी मे फेल करला पर परीक्षा रिजल्ट पर कोनो असर नहि पड़ैत अछि.
एहि कदम के जतय किछ लोक समर्थन करि रहल छथिन्ह ओतय किछ लोक कंपल्सरी करय के खिलाफ छथिन्ह. बिहार मे अगर अंग्रेजी अनिवार्य करि देल जाएत अछि त सभ स बड़का दिक्कत पढ़ाई के भs जाएत. जखन परीक्षा पास करनाय अनिवार्य भ जाएत त विद्यार्थी के जोर अंग्रेजी पर सेहो रहत. मुदा अखन बिहार मे अंग्रेजी पढ़ाबय लाएक ढंग के टीचर नहि छथिन्ह. एहि बातक खुलासा 12 जिला मे कराएल गेल सर्वे मे सेहो भेल अछि. सर्वे मे ई पाएल गेल जे अंग्रेजी विषय के पढ़ाबय वाला शिक्षक खुद अंग्रेजी नहि बोलि पाबय छथिन्ह. कइटा स्कूल एहन अछि जतय दोसर विषय के गुरुजी अंग्रेजी के क्लॉस सेहो लय छथिन्ह.
बोर्ड करला के बाद आगां के पढ़ाई-लिखाई के लेल छात्र के बिहार सं बाहर जाए पड़य छनि. मुदा अंग्रेजी माध्यम सं पढ़ाई नहि करला के कारण हुनका दिक्कत के सामना करय पड़य छनि. बिहार के विद्यार्थी मैथ...साइंस मे नीक नंबर लाबय छथिन्ह मुदा अंग्रेजी मे पिछड़ि जाए छथिन्ह. ई बात बिहार सं बाहर बंगलौर... दिल्ली... पुणे आओर दोसर ठाम जाs क पढ़य वाला विद्यार्थी सभ नीक सं जानैत छथिन्ह. कोनो नौकरी के बात होए तखनो अंग्रेजी वाला हिंदी वाला पर भारी पड़ैत अछि. आई-काल्हि सभ किछ कंप्यूटर सं होएत अछि आओर किछिए ठाम काज हिंदी सं होएत अछि. सभ काज अंग्रेजीए माध्यम सं होएत अछि. ताहि लेल जतेक जल्दी सं अंग्रेजी सीख लेल जाए नीक रहत.
बोर्ड करला के बाद आगां के पढ़ाई-लिखाई के लेल छात्र के बिहार सं बाहर जाए पड़य छनि. मुदा अंग्रेजी माध्यम सं पढ़ाई नहि करला के कारण हुनका दिक्कत के सामना करय पड़य छनि. बिहार के विद्यार्थी मैथ...साइंस मे नीक नंबर लाबय छथिन्ह मुदा अंग्रेजी मे पिछड़ि जाए छथिन्ह. ई बात बिहार सं बाहर बंगलौर... दिल्ली... पुणे आओर दोसर ठाम जाs क पढ़य वाला विद्यार्थी सभ नीक सं जानैत छथिन्ह. कोनो नौकरी के बात होए तखनो अंग्रेजी वाला हिंदी वाला पर भारी पड़ैत अछि. आई-काल्हि सभ किछ कंप्यूटर सं होएत अछि आओर किछिए ठाम काज हिंदी सं होएत अछि. सभ काज अंग्रेजीए माध्यम सं होएत अछि. ताहि लेल जतेक जल्दी सं अंग्रेजी सीख लेल जाए नीक रहत.
ओना सरकार के कहनाय अछि जे बदलैत वक्त के अनुसार लोक के लेल अंग्रेजी जरूरी अछि. आजुक युग मे जतय पूरा दुनिया एकटा गाम-घर जकां भ गेल अछि. एक दोसरा सं सम्पर्क मे बनल रहल लेल...एक दोसरा के जानय-बुझय लेल दुनिया भर मे एकमात्र सम्पर्क भाषा अंग्रेजी अछि. आब देखु कि होएत अछि. अहां सभ के कि लगैत अछि. अंग्रेजी अनिवार्य होबाक चाही आ नहि ? आ पहिने के तरह सिर्फ पढ़ाई होए कंपल्सरी नहि होए ? अपन विचार लिखब.
हमर ईमेल:- hellomithilaa@gmail.com
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