अगर एहि खबर मे कनिओ सच्चाई अछि त ई बिहार के लेल बड़का झटका अछि. खबर अछि जे लालू प्रसाद यादव जी के रेल मंत्री रहैत बिहार के मढ़ौरा मे जे डीजल इंजन आओर मधेपुरा मे बिजली इंजन रेल कारखाना बनय वाला छल ओ आब बिहार सं बाहर जा सकैत अछि. बेसि उम्मीद अछि जे ई कारखाना वर्तमान रेलमंत्री ममता बनर्जी के राज्य पश्चिम बंगाल चलि जाय. एहि बारे मे बिजनेस के एकटा अखबारक livemint साइट पर खबर आइल अछि. ममता बनर्जी के ध्यान एकदम सं अर्जुन के आंखि जका पश्चिम बंगाल मे होए वाला अगिला विधान सभा पर लागल छनि. आओर ओ एहि बीच बेसि सं बेसि उपलब्धि अपना नाम पर जोड़ि लेबय चाहैत छथिन्ह. पिछला दिन ओ दीघा के लेल एकटा नबका ट्रेन सेहो शुरू कएलखिन्ह. प्रथा के उलट कोलकाता मे रेल मंत्री के काज शुरू कएलीह. कहिओ एहनो नहिं होए जे ओ कहथीह जे रेल मंत्रालय के हेडक्वार्टर सेहो कोलकाता ल आएल जाए. अहां सभ के याद होएत जे जखन रामविलास पासवान जी हाजीपुर मे रेल के कार्यालय बनौने छलखिन्ह त ममता बनर्जी कतेक विरोध कएने छलखिन्ह.
लोक सभा चुनाव भेलाह पर हम एकटा लेख लिखने छलहुं जे कि नीतीश के जीत बिहार के हार अछि तखन कइटा लोक कहने छलाह जे अहां क्षेत्रीयता पर जा रहल अछि आओर ई कि बकवास मुद्दा उठौने छी. जे लोक कहय छलखिन्ह जे केन्द्र मे राज्य सं किनको मंत्री रहने आ नहिं रहने कोई फर्क नहिं पड़ैत अछि. हुनका एहि सभ सं सबक लेबाक चाही. पिछला दिन सेहो एकटा खबर आएल रहय जे गया के आर्मी कोर सेंटर के एहि ठाम सं हटाक बंगलुरू ल जा रहल अछि.
सोचिऔ आखिर बिहार के संग भेदभाव कहिआ तक? अहां सभ अखनो नहि जागब त बिहार पिछड़ले रहत. अपन-अपन एमपी... प्रतिनिधि के जगाउ... हुनका राज्य के विकास के खिलाफ होए वाला फैसला के विरोध करय के लेल हुड़काबिऔ. नहि त जेना चलय छै चलय दिऔ. कोई नृप होए हमे का हानि ? कि फर्क पडय छै. कहबाको छै... मड़ुआ रोटी खाई छी... धारक पानि पिबय छी... बम बम भोले करय छी. त करैत रहु बम बम भोले. बाद मे सरकार के नहिं कोसबय.
एहि लिंक पर क्लिक कs ई खबर पढ़ि सकय छी- live mint.com
लोक सभा चुनाव भेलाह पर हम एकटा लेख लिखने छलहुं जे कि नीतीश के जीत बिहार के हार अछि तखन कइटा लोक कहने छलाह जे अहां क्षेत्रीयता पर जा रहल अछि आओर ई कि बकवास मुद्दा उठौने छी. जे लोक कहय छलखिन्ह जे केन्द्र मे राज्य सं किनको मंत्री रहने आ नहिं रहने कोई फर्क नहिं पड़ैत अछि. हुनका एहि सभ सं सबक लेबाक चाही. पिछला दिन सेहो एकटा खबर आएल रहय जे गया के आर्मी कोर सेंटर के एहि ठाम सं हटाक बंगलुरू ल जा रहल अछि.
सोचिऔ आखिर बिहार के संग भेदभाव कहिआ तक? अहां सभ अखनो नहि जागब त बिहार पिछड़ले रहत. अपन-अपन एमपी... प्रतिनिधि के जगाउ... हुनका राज्य के विकास के खिलाफ होए वाला फैसला के विरोध करय के लेल हुड़काबिऔ. नहि त जेना चलय छै चलय दिऔ. कोई नृप होए हमे का हानि ? कि फर्क पडय छै. कहबाको छै... मड़ुआ रोटी खाई छी... धारक पानि पिबय छी... बम बम भोले करय छी. त करैत रहु बम बम भोले. बाद मे सरकार के नहिं कोसबय.
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