दिल्ली के मावलंकर हॉल में पचीस तारीख रवि दिन मिथिला विभूति स्मृति पर्व समारोह...आ कहु विद्यापति स्मृति पर्व समारोह मनाओल गेल. आम लोक के लेल मैथिली समारोहक मतलब गीत नाद होइछ... आओर गीत संगीतक बड़ नीक कार्यक्रम पेश कएल गेल. समारोह के उद्घाटन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित कएलथिन्ह. आ एकर शुरुआत महाकवि कोकिल विद्यापति रचित गोसाउनी गीत...जय जय भैरवी असुर गोसाउनी सं हरिनाथ झाजी कएलाह. हरिनाथ जीक आवाज के मिठास के प्रशंसा खुद मुख्यमंत्री दी सेहो कएलथिन्ह.
हरिनाथजी के संगहि एहि समारोह में मैथिली के दोसरो कलाकार सभ अपन नृत्य आओर गायन सं लोकक दिल जीतय के प्रयास कएलथिन्ह. सुनील कुमार पवन... सुरेश पंकज... सुश्री विभा झा...सुश्री आभा... सुश्री रश्मि झा के ..गीत...गाना पर लोक सभ झुमि उठलाह... मैथिलीक गाना सुनि लोक सभ मंत्र मुग्ध भए गेलाह. मिथिलाक जतेक मैथिल भाई लोकनि एहिठाम जुटल छलाह ओ गीत-संगीत कार्यक्रमक जमि कए आनंद उठएलाह... जट जटिन...झिझिया.. के नाच सेहो बड़ दिन बाद देखय के मिलल. मिथिला के कइटा लोक तं एहन मिललाह जिनकर कहनाय छलन्हि जे हुनका एहि तरहक कार्यक्रम के आनंद कई साल के बाद मिललैन अ. दिल्ली में रहय वाला मैथिल के लेल अपन मिथिलाक संस्कृति आ विरासत सं एक बेर फेर मिलय के लेल... जुड़य के लेल... ई बड़ नीक मौका साबित भेल... मिथिला सं बाहर एहन कार्यक्रम बेर बेर होयबाक चाहि. आपस में एकटा.. एकजुटता लाबय के लेल एहि तरहक कार्यक्रम के जरूरत छै. सिर्फ कहिने से नहि होयत कि आबय वाला दिन में दिल्ली पर बिहारी ... मिथिलाक लोकक राज होयत... एकरा लेल एहने सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से लोक के आपस में जोड़य के जरुरत छै. सम्पर्क बढ़ाबय के जरूरत छै.
Hitendar ji
जवाब देंहटाएंaime jae ekta kami raeh gail j hum sab aime doota mithila bibhuti k bisaer rahal chi ekta gonu jha aar dosar khattar kaka k agar j apne kich britant inka sab k bare mae j kich bujhal aaech ta jarror likhio
apnek chot bhai
sanjeev kumar jha