नेपाल मे पहाड़ आओर जमीन खिसकय के कारण सुन कोसी नदी के रास्ता बंद होए सं एकटा कृत्रिम बांध बनि गेल अछि. जेहि सं बिहार के मधेपुरा, सुपौल आओर सहरसा मे बाढ़ि केर खतरा पैदा भ गेल अछि.
बाढ़ि केर पैघ खतरा के देखैत दिल्ली मे संकट प्रबंधन समिति के इमरजेंसी बैठक कएल गेल जेहि मे किछ एक्सपर्ट के नेपाल भेजल के फैसला कएल गेल.
मीटिंग में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के 15 टीम बिहार भेजए के फैसला सेहो कएल गेल. बचाव आओर राहत के लेल दिल्ली सं एनडीआरएफ की आठ आओर
कोलकाता सं सात टीम बिहार जाएत.
रास्ता बंद होए सं जे बांध बनि गेल अछि ओहि मे 20 से 27 लाख क्यूसेक पानी जमा भ गेल अछि. नेपाल सरकार के तरफ सं ओहि बांध मे छेद क धीरे-धीरे पानि निकालय के कोशिश भ रहल अछि.
सरकार के डर अछि जे अगर ई बांध टूटल तं मधेपुरा, सुपौल आओर सहरसा के संग बिहार के कई ठाम तबाही मचि सकैत अछि.
बिहार सरकार के तरफ सं कोसी नदी सं लागल सभ जिला के हाई अलर्ट करि देल गेल अछि. सरकार के कहनाए अछि जे कोसी नदी मे दस मीटर तक बाढ़ि आबि सकैत अछि. जेहि सं भारी तबाही मचि सकैत अछि.
कोसी नदी सं लागल इलाका के लोक सभ के सुरक्षित स्थान पर जाए गेल कहि देल गेल अछि. सरकार के तरफ सं सभ जिला के अफसर सभ के राहत शिविर मे आबय वाला लोक सभ लेल जरूरी सुविधा आओर सामान उपलब्ध कराबय लेल कहि देल गेल अछि.
छह साल पहिने 18 अगस्त 2008 मे कुसहा मे बांध टूटय सं कोसी नदी मे आएल बाढ़ि सं सैकड़ों लोक मारल गेल छलाह.
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