बिहार के लेल ई नीक खबर नञि अछि. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) बिहार मे कोनो कॉलेज... इंस्टीच्यूट के बैचलर ऑफ वोकेशन कोर्स शुरू करय के मंजूरी नञि देलक.
दू मास पहिने मार्च मे यूजीसी के तरफ सं हर राज्य के कॉलेज, इंस्टीच्यूट आओर यूनिवर्सिटी के तरफ के बैचलर ऑफ वोकेशन कोर्स शुरू करय के लेल आवेदन मांगल गेल छल. मुदा बिहार के कोनो
संस्थान के मंजूरी नञि मिलल.
बिहार मे सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ बिहार, पटना... अलामा इकबाल कॉलेज, बिहारशरीफ... कलावती स्नातक महाविद्यालय, अररिया... लंगट सिंह कॉलेज, मुजफ्फरपुर आओर मधेपुरा कॉलेज, मधेपुरा के तरफ सं आवेदन देल गेल छल.
मुदा देश के जेहि 92 इंस्टीच्यूट के एहि पढ़ाई के लेल मंजूरी देल गेल ओहि मे बिहार के एहि पांचों संस्थान के नाम नहि अछि.
कहल जा रहल अछि जे एहि संस्थान सभ मे पढ़ाई शुरू करय लायक इंफ्रास्ट्रक्चर नहि अछि. छात्र सभ मे रोजगारपरक शिक्षा के दिशा मे ई नीक कदम अछि मुदा बिहार एहि सं कटल रहत.
बैचलर ऑफ वोकेशन शिक्षा सं छात्र किछ सीख क अपन रोजगार शुरू करि सकय छथिन्ह आ काज के योग्यता... स्किल होए के कारण हुनका कतहुं आसानी सं जॉब मिल सकय छनि.
ई पूरा के पूरा बिहार सरकार...शिक्षा विभाग के कमी अछि... सरकार के दोष अछि. बिहार मे सरकार के तरफ सं शिक्षा के उत्थान के लेल सही मायने मे कोनो सीरियस काज नहि भ रहल अछि.
कॉन्ट्रैक्ट पर टीचर भर्ती सं पढ़ाई चौपट भ गेल अछि. सरकारी के जगह गार्जियन सभ प्राइवेट... पब्लिक स्कूल मे अपन बच्चा के नाम लिखा रहल छथिन्ह. कॉलेज के पढ़ाई के लेल बिहार सं पलायन क रहल छथिन्ह, लाखों टका पढ़ाई के नाम पर बिहार सं बाहर जा रहल अछि.
पढ़ाई के क्षेत्र मे बिहार जतेक आगां छल ओतेक पाछां जा रहल अछि. एहि मे मौजूदा नीतीश सरकार के सभ सं बड़का हाथ अछि. चौपट भ रहल अछि पढ़ाई.
अहां के कि माननाय अछि?
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