आई काल्हि लोकसभा चुनाव के लs क बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार आओर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी चर्चा मे छथिन्ह.
विपक्ष के तरफ सं हुनका गुजरात दंगा के दोषी बताएल जा रहल अछि. कोई मौत के सौदागर तं कोई नपुंसक तं कोई आरएसएस के गुंडा बता रहल अछि.
कहल जा रहल अछि जे मोदी प्रधानमंत्री बनल तं देश बर्बाद भ जाएत... तं देश मे दंगा भड़कि
उठत...एना भ जाएत तं ओना भ जाएत. दस तरहक बात उठि रहल अछि.
ई सभ बात गुजरात मे 2002 मे भेल दंगा के कारण भ रहल अछि. विकिपीडिया के अनुसार गुजरात दंगा मे 790 मुस्लिम आओर 254 हिंदू मारल गेल. काफी घायल भेल आओर लापता भ गेल.
मुदा सवाल ई उठैत अछि जे एकर शुरुआत के करलक? ई दंगा भड़कल केना?
गुजरात दंगा भड़कय के जड़ि मे अछि 27 फरवरी 2002 के गोधरा कांड. एहि दिन गोधरा रेलवे स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस सं अयोध्या से आबि रहल कारसेवक के एस-6 बोगी...ट्रेनक डिब्बा मे आगि लगा देल गेल. एहि मे 59 कारसेवक के मौत भ गेल.
ट्रेन के बोगी मे आगि लगा के 59 आदमी के मारि देलाह के बाद स्वभाविक छै जे प्रतिक्रिया होनाए तय छल. एकर प्रतिक्रिया सं पूरा गुजरात मे दंगा भड़कि गेल जेहि मे हिंदू-मुसलमान दुनू मारल गेल.
ओहिठाम तत्काल जे प्रतिक्रिया भेल तकर परिणाम दंगा भड़कि उठल. ओहि दंगा मे ओतेक हिंदू मरल तकरा लेल तं कोई किछु नहि कहय छथिन्ह.
ई बात जरूर अछि जे नरेंद्र मोदी ओहि टाइम मुख्यमंत्री छलाह. राज्य मे किछ होए छै ओकर जिम्मेदारी होइत अछि ओकर जिम्मेदार ओ खुद छथिन्ह. हुनका त्वरित कार्रवाई करबाक चाही छलन्हि.
देश-दुनिया के हर एक व्यक्ति के शांति सं रह. के अधिकार अछि. हर व्यक्ति के जान अमूल्य अछि. खून-खून ने फर्क नहि होएत अछि. इंसान-इंसान होएत अछि. जखन ओहि मे फर्क नहि तं फेर हिंदू-मुसलमान मे फर्क किएक. सभ राजनीति के कारण भ रहल अछि.
कि धर्मनिरपेक्षता के मतलब हिंदू पर जतेक अत्याचार होई करैत रहुं. विपक्ष चुनावी फायदा के लेल मोदी के निशाना बना रहल अछि. जखन कि मोदी के शुरुआती जांच मे क्लीनचिट सेहो मिल चुकल अछि.
कि गुजरात सं पहिने देश मे दंगा नहि भेल? मुंबई दंगा...राउरकेला दंगा...जमशेदपुर दंगा... भागलपुर दंगा...भिवंडी दंगा...मुजफ्फरनगर दंगा...दिल्ली के सिख विरोधी दंगा...कतेक मुख्यमंत्री के खिलाफ अहां हो-हल्ला करलौं. कांग्रेसी राज मे भेल एहि सभ दंगा मे हजारों लोक मारल गेल अछि, मुदा ओकर कोनो चर्चा नहि... चर्चा त बस मोदी के.
मोदी के खिलाफ हो-हल्ला एहि लेल कि ओ बीजेपी सं छथिन्ह आ नीक काज क रहल छथिन्ह. मोदी के अएला सं दोसर पार्टी के लगैत अछि जे ओकर भ्रष्टाचार के...कालाधन के पिटारा खुलि जाएत.
बस विपक्ष गुजरात दंगा के राग रटि क असल विकास...रोजगार...महंगाई...सुरक्षा...कालाधन के मुद्दा के गौण करय मे लागल अछि. जेहि गुजरात दंगा के माला जपि रहल अछि विपक्ष ओहि गुजरात के दंगा के बाद फेर कोनो दंगा नहि भेल जखन के दोसर ठाम कइटा दंगा भेल.
हालहिं मे भेल मुजफ्फरपुर दंगा के लेल तं सुप्रीम कोर्ट अखिलेश सिंह यादव के समाजवादी पार्टी सरकार के जिम्मेदार तक ठहरौलक मुदा ओहि पर कोई किछ नहि बोलल? एहन दोहरी मानसिकता किएक?
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दंगा के इतिहास-
वेबदुनिया
Azizulhind
Wikipedia
Religious violence in India
Communal Riots in India: A Chronology
10 Nastiest Communal Riots That Ever Happened in Secular India
Chronology of communal violence in India
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