देश मे जखन लोक के सूचना केर अधिकार मिलल छलन्हि तं बड़ खुश भेल छलखिन्ह जे आब तं जे जानकारी चाहब मिल जाएत. जतय कतहुं घोटाला होएत देखब...भ्रष्टाचार के पता चलत सूचना के अधिकार सं ओहि बारे मे पूरा जानकारी लs हंगामा मचा देब.
मुदा ई सपना पूरा नहि भेल. अधिकार त मिलल. मुदा एहि मे दस तरहक पेंच सेहो लागि गेल. व्यवस्था... प्रशासन... अधिकारी सभ सूचना देबय सं बचय के लेल दस टा बहाना
खोजि लेलाह. एहन -एहन उपाय करय लगलाह जेहि सं जानकारी बाहर नहि निकलि पाबय.एकटा बात आओर जे ई अधिकार मिलला के अतेक दिन बादहुं अखन धरि बेसि लोक के एहि बारे मे नीक सं पता नहि छनि. आम लोक त छोडुं पढ़ल-लिखल लोक के सेहो एहि बारे मे किछ खास पता नहि छनि.
एहि सभ के लsक दिल्ली मे सूचना अधिकार: कल, आज आओर कल के नाम सं एकटा परिचर्चा आयोजित कएल गेल. एहि परिचर्चा के आयोजित करलाह वरिष्ठ पत्रकार हसन जावेद जी. हसन जी फेसबुक पर सूचना का अधिकार ( RTI ) नाम सं ग्रुप चलाबय छथिन्ह.
गांधी शांति प्रतिष्टान मे परिचर्चा |
फेसबुक पर एहि परिचर्चा के बुनियाद बनल आओर तय करल गेल जे दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान मे एकटा परिचर्चा कएल जाए. फेसबुक सं एहि अभियान के लोक सभ के बड़ समर्थन... सहयोग मिललन्हि.
परिचर्चा मे समयलाइव डॉट कॉम के संपादक पाणिनी आनंद जीक कहनाय छलन्हि जे सूचना के अधिकार आम लोक के हाथ मे मिलल एकटा बड़ पैघ हथियार अछि. ई बड़ काजक चीज अछि. मुदा आब एकर धार भोथड़ करय के कोशिश शुरू भ गेल अछि.
पाणिनी जीक कहनाय छलन्हि जे जेना-जेना लोक एहि अधिकार के प्रति जागरूक भ रहल छथिन्ह... ओना-ओना अधिकारी सभ एकरा सं बचय लेल दस तरहक छाता खोलने जा रहल अछि. अधिकारी कोनो नहि कोनो तरहे सूचना देबय सं बचय चाहैत अछि.
हिनकर ईहो कहनाय छलन्हि जे लोक के अपने संग-संग लोक सभ के सेहो RTI दाखिल करय लेल प्रेरित करबाक चाही. लोक सभ के एकटा सूचना पाबय लेल चारि-पांच लोक सं कई तरह सं आवेदन देबाक चाही.
परिचर्चा मे शामिल पाणिनी आनंद , हसन जावेद आओर अन्य लोक |
एहि परिचर्चा मे नीरज कुमार जी बड़ नीक ढंग सं लोक सभ के सूचना के अधिकार के बारे मे बतौलखिन्ह. एहन बुनियादी बात सभ जे आम लोक के लेल बड़ काज के चीज अछि...कोनो सूचना पाबय मे बड़ मददगार अछि.
नीरजजी इहो बतौलखिन्ह जे आरटीआई केना दाखिल कएल जाए. कोन- कोन चीज के ध्यान राखल जाए आओर कोन-कोन चीज सं बाचल जाए. ओ इहो कहलखिन्ह जे चुप बैसला सं काज नहि चलत. कतेक दिन चुप रहब?
दैनिक जागरण के पत्रकार मुकेश केजरीवाल के कहनाय छलन्हि जे लोक सभ के जतय कोनो भ्रष्टाचार के पता चलय... कोनो सेवा मे कमी के पता चलय हुनका सूचना के अधिकार के तहत आवेदन करबाक चाही.
ओ इहो कहलखिन्ह जे आई-काल्हि आवेदन करय वाला के डराबय-धमकाबय के काज सेहो भ रहल अछि. किछ मामला मे RTI कार्यकर्ता पर हमला सेहो भेल अछि. एहि लेल ई काज संभलि कs करय के जरूरत अछि.
दानिश, दरभंगा के गोपाल प्रसाद आओर कमर अशरफ |
आरटीआई कार्यकर्ता गोपाल प्रसाद जी सेहो अपन अनुभव बांटैत कलखिन्ह जे प्रशासन कई बेर सही जानकारी देबय के जगह लोक के घुमाबय के कोशिश करैत अछि. पूछब आम आओर जवाब देताह लीची. अगर अहां आरटीआई सं सही जानकारी चाहय छी तं आवेदन के ड्रॉफ्टिंग ठीक सं करय पड़त.
गोपाल जी के मुताबिक आवेदन पत्र मे अहां जे सवाल पूछि रहल छी ओकर घेराबंदी करैत दस तरहक एहन सवाल पूछु जेहि सं ओहि सवाल के सही जवाब मिल सकय. संगे-संग ओहि चीज के बारे मे अहां के खुद पूरा जानकारी सेहो होबाक चाही.
परिचर्चा मे शामिल गवर्नेंस नाउ के पत्रकार दानिश जीक कहनाय छलन्हि जे सरकार एकर महत्व कम करय लेल दस तरहक नया नियम लागू करय के तैयारी मे अछि. जेहि मे 250 शब्द मे अर्जी देबय के बाध्यता... आवेदनकर्ता के मरला पर जानकारी नहि देल जाएत एहन तरहक दस बात.
परिचर्चा के संबोधित करैत नीरज कुमार ( काला स्वेटर मे ) |
बड़ खतरनाक कदम उठा रहल अछि सरकार एकरा कमजोर करय लेल. कई बेर जानकारी नहि देबय लेल ठेकेदार... एजेंट... माफिया टाइप के लोक आवेदनकर्ता के मारि मामला के खत्म करय के कोशिश करि सकैत अछि.
आयोजक हसन जीक कहनाय छलन्हि जे सरकार एकरा खत्म करय आ एहि मे मिलल अधिकार के कम करय के कोशिश मे लागल अछि. मुदा एना नहि होबए देल जाएत. एहि बारे मे फेसबुक पर अभियान चलैत रहत. अहां सभ एहि सं जुड़ल रहुं.
एहि परिचर्चा मे मध्यप्रदेश... हरियाणा... राजस्थान आओर बिहार तक के लोक आएल छलखिन्ह. लोक सभ के उत्साह के देखैत तय भेल जे जल्दीए एहन आओर परिचर्चा आयोजित करय के जरूरत अछि.
हमर ईमेल:-hellomithilaa@gmail.com
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