ठिठुरैत ठंढ़ाकें झटकारि कs
प्रकृति पहिरलक वसन्तक आवरण
खर पतवारके बहारि कs
जाड़क मानू होलिकाक संग भेल दहन
रंग बिरंगक फूलक छींटसं
एहेनमे हर्षित भs
सबहक प्रशंसा अछि सूर्यकें अर्पण
जकर ऊष्मा पाबि कs
आएल अछि अतेक सुन्दर परिवर्तन
फागुनक मिठकर रौदसं
डेराइत पड़ाइत माघ आ अगहन
-ज्योति सुनीत चौधरी ( अर्चिस् )
(ज्योति जीक जन्म बेल्हवार, मधुबनी मे भेल छनि आओर लंदन मे रहय छथीह. ज्योति जी मिथिला पेंटिंगमे पारंगत छथि आ हिनकर पेंटिंग केर प्रदर्शनी ईलिंग आर्ट ग्रुपक अंतर्गत ईलिंग ब्रोडवे, लंदनमे प्रदर्शित कएल जा चुकल अछि. )
हमर ईमेल:-hellomithilaa@gmail.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
अहां अपन विचार/सुझाव एहिठाम लिखु