बिहार सरकार के कहनाय अछि जे अगर कोनो सरकारी टीचर कोचिंग मे पढ़ाबैत मिलि गेलाह त हुनका पर कार्रवाई कएल जाएत. सरकार के कहनाय अछि जे स्कूल-कॉलेज के पढ़ाई मे सुधार के लेल सरकार कोशिश कs रहल अछि आओर एहि मे कामयाबी सेहो मिलल अछि. शिक्षा मंत्री हरिनारायण सिंह के मुताबिक अगर कोनो सरकारी स्कूल के टीचर आब प्राइवेट स्कूल आ कोचिंग मे पढ़ाबैत मिलि गेलाह त हुनका खिलाफ सख्त कार्रवाई कएल जाएत.
असल मे जेहिआ सं देश मे शिक्षा के व्यावसायीकरण जोर पकड़लक तेहिआ सं देश मे सरकारी स्कूल-कॉलेज आओर दोसर शिक्षण संस्थान के टीचर सभ सरकारी संस्थान मे कम आओर प्राइवेट मे बेसि ध्यान लगलखिन्ह. एहि सं सरकारी संस्थान पिछड़य लागल. सरकारी स्कूल ...संस्थान के पढ़ाई-लिखाई प्रभावित होए लागल. मुदा एहि के लेल सरकार खुद कम दोषी नहि अछि. बिना सरकारी ...राजनीतिक संरक्षण के प्राइवेट संस्थान फल-फूलि नहिं सकैत अछि. देश के ज्यादातर प्राइवेट शिक्षण संस्थान के संचालक के पीठ पर कोनो नहि कोनो राजनेता के संरक्षण रहैत अछि. सरकार अगर एहि मामला के कनिओ गंभीरता से लेने रहैत त आई ई हाल नहि रहैत.
अहां के कि लगैत अछि प्राइवेट कोचिंग आओर शिक्षण संस्थान कमाई के... लूट के अड्डा बनल जा रहल अछि ? सरकारी के एहि मामला के गंभीरता सं लैत सभ के बंद करा देबाक चाही ? कि सरकार के सख्ती सं काज लेबाक चाही कि नहि ? कि प्राईवेट कोचिंग बंद भेलाह सं छात्र के रोजगार सं जुड़ल परीक्षा के तैयारी पर असर पड़त ? सरकार के एहि पर कोन तरहक रास्ता अपनयबाक चाही ? अपन राय जरूर राखब.
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