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कोचिंग के कारोबार

यूपीएससी... आईआईएम... आईआईटी... आओर दोसर प्रतियोगिता परीक्षा के रिजल्ट पिछला दिन निकललअछि. एहि में सं कइटा में बिहार... झारखंड के छात्र लोकनि के नीक रिजल्ट रहल अछि. आईआईटी में तं बिहार केपहिल स्थान मिलल अछि. बिहार -झारखंड के हजारों छात्र प्रतियोगिता परीक्षा में सफल भेलाह अछि. मुदा सवालउठैत अछि की कि बिहारक बेहतर शिक्षा व्यवस्था के कारण अछि ? कि बिहार में पढाई- लिखाई के स्तर नीकअछि एहि लेल हर साल हजारों छात्र कंपीटिशन में कामयाब s रहल छथिन्ह. अगर नहिं s एकर कारण की छै ? एकर कारण छै कोचिंग संस्थान में लेल गेल कोचिंग. सफल भेल छात्र में सं ज्यादातर कोनो कोनो कोचिंगसंस्थान सं पढ़ने छथिन्ह. पटना ... दिल्ली में आबि दिन -राति मेहनत करय छथिन्ह. बिना कोचिंग...गाम घर मेंरहि s पास होय वाला छात्रक प्रतिशत आब बड़ कम s गेल अछि. गाम घर में स्कूल में पढ़ाई -लिखाय के हालनीक नहिं अछि. स्कूल अछि बोर्ड नहिं... बोर्ड अछि मास्टर नहिं... मास्टर अछि कमरा नहिं. जेना तेना s s पढ़ाई चलि रहल छै.
पटना... दिल्ली... कोटा में कोचिंग करय लेल छात्रक भीड़ जुटि रहल अछि. कोटा शहर के s जेना पूरा अर्थव्यवस्था कोचिंगे पर टिकल छै. दिल्ली में कटवारियासराय... जियासराय... मुनिरका... मुखर्जी नगर... दिल्लीयूनिवर्सिटी के इलाका... एहि ठाम लाखों छात्र मेडिकल...मैनेजमेंट... इंजीनियरिंग...सिविल सर्विसेज के तैयारी केलेल आबय छथिन्ह. एकटा अनुमान के मुताबिक सिर्फ दिल्ली में 5 लाख छात्र कंपीटिशनक तैयारी लेल आयलछथि. सब 3 हजार सं s s छह- सात हजार रुपए तक के किराया पर मकान s s छथिन्ह. अगर किरायेके देखल जाय s करोड़ों रुपया एहिठाम आबैत अछि. एकर संग कोचिंग के लेल30 हजार सं s s 60-70 हजाररुपया तक देबय पड़य छै. एकरा देखल जाय सारा कारोबार अरबो रुपया पर चलि जाय छै. जाहि इलाका मेंविद्यार्थी सभ रहय छथिन्ह ओहि इलाका के रूखे चेंज s जाय छै. किछिए दिन में ओहि ठामक स्थानीय लोककजीवनस्तर काफी बदलि जाय छै. सभ आमदनी बढ़ला s होय छै. दिल्ली के कइटा इलाका एहन छै जतय सिर्फविद्यार्थीए के कमरा देल जाय छै... आओर एक- एकटा मकान मालिक के लाखों रुपया हर महीना सिर्फ मकानकिराया सं मिलैत अछि. मकान किराया के पैसा सभ विलासिता आओर जमीन खरदय के संग दोसर निवेश मेंलगाबैत छथिन्ह. सभ होय छै एतय रहय वाला छात्र के पैसा सं जे अपना अपना गाम घर सं s s आबयछथिन्ह. बिहार सं सेहो हर साल करोड़ों रुपया सिर्फ पढ़ाई के लेल बाहर जाय वाला छात्र के संग चलि जाइ छै. सरकार के एहि बात पर गंभीरता सं सोचय के चाही. कोनो उपाय करय के चाही. सरकार के चाही जे बिहार मेंशिक्षाक स्तर नीक होय...ओहि में सुधार होय जाहि सं गाम घरक पाइ गाम घरे में रहय.
पैसा एहिना नहिं आबैत अछि. एहि के लेल कतेक विद्यार्थी के गार्जियन के खेत भरना रखय पड़ैत अछि. खेत- खरियान बेचय पड़ैत अछि. गहना बंधक रखय पड़ैत अछि. सोच एतबे रहय छै जे केहुना हमर बौआ कंपीटिशन मेंकामयाब s जएताह s सभ दुख दर्द दूर s जाएत. मुदा हर साल लाखों छात्र कंपीटिशन में बैसय छथिन्ह ओहिमें सं किछे सय सफल होएत छथिन्ह. सीट कम रहैत अछि. सीट कम परीक्षार्थी बेसि. कंपीटिशन तगड़ा रहैत अछि. कंपीटिशन तगड़ा रहैत अछि एहि लेल पार करय के लेल कोचिंग के शरण में जाय पड़ैत अछि. मुदा सबसं बड़कासवाल छै अगर स्कूल कॉलेज में ठीक सं पढाई लिखाई होय विद्यार्थी कोचिंग के लेल किएक जएथिन्ह.
एकटा गप्प आओर जेना आइ काल्हि कोचिंग के लेल विद्यार्थी सभ दिल्ली... कोटा दोसर शहर जाय छथिन्हओहिना अगर पटना... दरभंगा... बोकारो... मुजफ्फरपुर के शिक्षा केन्द्र के रूप में विकसित कएल जाय s एहिठाम सेहो बाहर के छात्र सभ अयताह...आओर जखन बाहर सं छात्र सभ अयताह s एहिठामक अर्थव्यवस्था सेहोसुधरत. एहि के लेल पहिने खुद के शिक्षा संस्थान के मजबूत कएल जाय. नव नव शिक्षा संस्थान... कॉलेज... यूनिवर्सिटी... मेडिकल... इंजीनियरिंग... प्रबंधन संस्थान खोलल जाय. जतेक नीक संस्थान खुलत ओतेक विद्यार्थीएहि ठाम शिक्षा ग्रहण करय लेल अएताह. अएताह s पाइ s s अएताह. जाही सं एहिठामक सेहो लोककजीवनस्तर सुधरत. s कोशिश करु बिहार...मिथिलांचल एक बेर फेर सं शिक्षा जगत में प्रमुख केंद्र बनि उभरय. अहां के एहि पर कि विचार अछि ? हम एहि गप्प पर अहां सभ के राय...विचार सेहो जानय चाहब. कृपया अपनाटिप्पणी जरूर देबय के कष्ट करू.

1 टिप्पणी:

  1. ahan ke baat sa badhiyan jaka sahmat chi. jabaye tak shiksha jagat mein padhai ke star meinsudhar nai aaita tabaye tak kuch nai bhau sakat chai .aiy lel sabke aagoo aabaye padtai .chahe o mantri g hotin ya pher aaye ka navyuvak.

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