जी कृष्णैया हत्याकांड में राजनेता सभ के मिलल सजा केर बाद गृहसचिव अफजल अमानुल्लाह के बयान स राज्य में खलबली मचल अछि...कृष्णैया मामला में फैसला आबिते गृह सचिव ई कहि सनसनी फैला देलाह कि सरकार के 21टा बाहुबली पर खास नजर अछि आओर जल्दीए हुनका सभ के ऊपर शिकंजा कसल जायत...आपराधिक पृष्ठभूमि वाला राजनेता आओर बाहुबली जिनका ऊपर शिकंजा कसल छनि हुनकर संख्या ४३ अछि...मुदा 21टा बाहुबली नेता पर खास नजरि अई जे हत्या केर मामला में फंसल छथि.
२१ टा बाहुबली के संकेत देल गेल... खबर अई जे ओहि में प्रभुनाथ सिंह, सूरजभान सिंह, सुनील पांडे, शहाबुद्दीन, पप्पू यादव, राजन तिवारी, अनंत सिंह आओर रामा सिंह के नाम शामिल अई...मुदा गृह सचिव केर बयान के बाद जे बवाल शुरू भेल अछि...ओ शांत होबाक नाम नहिं ल रहल अछि...प्रभुनाथ सिंह त सभस बेस भड़कल छथि...हुनकर कहनाय छैन जे गृहसचिव के ई अधिकार के देलक जे ओ ऐहन बात करैत छथि...सरकार स हुनका हटावय के मांग सेहो शुरू भ गेल...सरकार सेहो परेशान अई...श्री अमानुल्लाह के माननाय छनि जे ई लोक मामला के लटकाबय के हरसंभव कोशिश करताह...कोनो हथकंडा अपना सकय छथि॥
मुदा एहि मामला के राजनीतिक रंग लेनाय कारणे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृहसचिव से बात करय पड़ल...मुदा श्री अमानुल्लाह के साफ कहनाय छैन जे कानून के डंडा देखते लोक सभ हुनका ऊपर आरोप लगा रहल छथि...जे होय गृह सचिव के बयान स राज्य के बाहुबली नेता सभ परेशान छथि...एहि तरहक कोनो शिकंजा कसल जाय अ त राज्य के लोक सभ चैन स सांस ल सकताह...मुदा राजनीतिक गणित ऐहन होयछ जे आगा कि होयत किछु नहिं कहल जा सकय अ...किएक त कएटा नेता के पीछा बड़का वोटबैंक जुड़ल छैन.
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