रेल बजट के तैयारी चलि रहल अछि. एहि के लsक रेल मंत्री आओर रेल मंत्रालय के अफसर सभ विभिन्न क्षेत्र के लोक सभ सं मिल रहल छथिन्ह. एहि सिलसिला मे पिछला दिन पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक के.के.श्रीवास्तव बिहारक सांसद... एमपी साहेब सभ के संग एकटा बैसार करलखिन्ह.
एहि बैसार मे एमपी साहेब सभ मधेपुरा आओर मढ़ौरा के रेल फैक्ट्री... छपरा केर रेल पहिला कारखाना... हरनौत के कोच मेंटेनैंस फैक्ट्री आओर दोसर रेल पुल परियोजना के जल्दी सं पूरा करय के मांग करलखिन्ह. एहि मे इहो मांग करल गेल जे पहिलका प्रोजेक्ट के बंद
नहि करल जाए.एहि बैसार मे किछ सांसद अपन-अपन इलाका के लेल नवका प्रोजेक्ट के मांग सेहो राखलखिन्ह. मुदा बेसि चर्चा पुरनका प्रोजेक्ट के बंद नहि करय पर भेल. ममता बनर्जी के रेल मंत्री बनला के बाद सं बिहारक रेल प्रोजेक्ट अलमारी मे बंद पड़ल अछि.
ओ फाइल आगां नहि बढि रहल अछि...आओर कोनो काज नहि भ रहल अछि. जखन हो-हल्ला होएत अछि तं कहल जाएत अछि जे ओ प्रोजेक्ट बुरता खाता मे नहि गेल अछि. सरकार... मंत्रालय ओकरा शुरू करत.
मुदा ओतेक साल बादहुं एहि मे कहिआ हाथ लागत एहि बारे मे किछ नहि कहल जा रहल अछि. आन ठाम के प्रोजेक्ट के लेल धन अछि मुदा बिहार के लेल कोनो पाई नहि अछि. नहि कोनो ट्रेन...नहि कोनो परियोजना.
मुदा चूंकि पुरनका परियोजना अछि... लालू यादव जीक परियोजना अछि एहि लेल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एहि मामला पर रेल मंत्री ममता जीके पक्ष लय छथिन्ह. पार्टी के राजनीति मे नुकसान बिहार के भ रहल अछि.
एहि बैसार सं इहो लगैत अछि जे एहन नहि होए कि बात पुरनके परियोजना पर अटकल रहि जाए आओर एहि बेर सेहो कोनो नवका परियोजना आओर दुरंतो टाइप...गरीब रथ टाइप ट्रेन नहि मिलय.
एहन भ सकैत अछि जे बिहार के एहि बेर सेहो फेर सं दू-चारिटा छोट-मोट ट्रेन सेवा द झुनझुना थमाबय के कोशिश कएल जाए. बिहार फेर सं रेल बजट मे पिछड़ल रहि जा सकैत अछि.
एहन नहि होए जे बजट मे फेर सं सिर्फ पुरनके परियोजना के चर्चा होए आओर नवका किछ नहि मिलय. एहि के लेल एमपी... एमएलए साहेब सभ के दबाव बनाबय पड़तन्हि. नीतीश जीके सेहो आपसी राजनीति छोड़ि राज्य के लेल नवका रेल परियोजना के मांग करबाक चाही.
दबाव बनाबय लेल बंगाल मे होए वाला चुनाव के वास्ता देल जा सकैत अछि जे अगर बिहार के संग एहि बेर पक्षपात भेल त बिहारी सभ अहांक पार्टी के वोट नहि देत. बंगाल मे बिहार के बहुत सार लोक रहय छथिन्ह.
अहां सभक कि कहनाय अछि? कतेक दिन तक ठेलम-ठेल मे यात्रा करैत रहब? अपन-अपन इलाका के लेल रेल के मांग करु. ब्लॉग...साइट...फेसबुक...ऑर्कुट... अखबार... धरना.. प्रदर्शन के माध्यम सं अपन आवाज उठाउ.
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