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आब किएक जाएब पंजाब ?

आई गाम पर बात भs रहल छल. गाम तरफ दु-तीन दिन सं पानि भs रहल छै. हम पूछलिएन्हि जे रोपनि के कि हाल छै त मालूम भेल एहि बेर रोपनि के लेल जन-बनिहार के ओतेक दिक्कत नहिं छै. एहि बेर पंजाब- हरियाणा जाय वाला जन बनिहार... किसान... मजदूर के संख्या कम भेल अछि. आब जन-बनिहार पंजाब जनाय सं गामे-घर में काज करनाय बेहतर समझय छथिन्ह. गाम-घर में सेहो आब नीक मजदूरी मिलि जाइत अछि. एहि के लेल सरकार सेहो बधाई के पात्र अछि. मजदूरी तय करि देल गेल अछि. मजदूरी के लेल जे जन बनिहार बाहर जाइत छलाह ओ आब जखन गामे-घर में मिलि जा रहल अछि तs किएल बाहर जइताह. गाम घर में तs खैनी खा रहल छी.. पनपिआई आबि रहल अछि रोपनि क रहल छी, ओहि ठाम तs दिन-राति लागल रहुं. नहिं कोई गप्प करय वाला नहिं कोई अपन सुनय वाला. जंs कनिओ सुस्तइलौं कि चारि टा गाइरि सुनइ पड़ैत छल. हर बात पर बिहारी...बिहारी कs गरिआबैत छल. आब गाम-घर ...अपना जिला टा में दस तरहक काज मिलय लागल अछि.
कतउ सड़क बनि रहल अछि त कतहुं पुल...कतहुं बांधक काज भs रहल अछि त कतहुं स्कूल मकान बनि रहल अछि. कतहुं मुख्यमंत्री सड़क योजना पर काज भs रहल अछि त कतहुं प्रधानमंत्री सड़क योजना पर. राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना सेहो लोक के लेल नीक साबित भ रहल अछि. घर के आसपास काज मिलि रहल अछि. एतबे नहिं खेती के सेहो बाजार सं जोड़ल जा रहल अछि. रोजगार सं जोड़ल जा रहल अछि. सरकार के कोशिश अछि जे बेसि सं बेसि लोक के घरक आसपास कोनो नहिं कोनो रोजगार... काज मिलि जाइ. एहि सभ के लेल विकासक काज त भ ए रहल अछि. लोक सभ के जीवन स्तर सेहो सुधरि रहल अछि. आंगनबाड़ी... शिक्षामित्र... टीचर के काज मिलला सं पढ़ल लिखल लोक सभ सेहो शहर दिस जाय सं पहिने एक बेर सोचि रहल छथिन्ह. सरकार रोजगार उपलब्ध कराबय लेल माछक कारोबार पर जोर देबय जा रहल अछि. माछ के रोजगार में कमाई सेहो खूब अछि आओर अपन मैथिली लोकनि माछक विशेष रूप सं प्रेमी छी. आओर आई काल्हि बाजार में अपन दिसsक पोखरि के जगह बाहर के नदी के... समुद्रक माछ मिलैत अछि. जकर स्वाद पोखरिक माछ जकां नहिं होइत अछि. सरकार एकरा लेल माछ आओर मखान उद्योग पर विशेष ध्यान देबय जा रहल अछि. एहि सं जरूर लोक के रोजगार मिलत आ ओ गाम घर छोड़ि बाहर जाय सं बेहतर गाम घर पर काज करय के प्राथमिकता देथिन्ह.
एकरे संग सरकार गन्ना...कुसियार के खेती के सेहो बढ़ावा देबय जा रहल अछि. अहां सभ के याद होयत जे रैयाम... सकरी... लोहट चीनी मिलक आसपास के गाम घर के समृद्धि इहे चीनी मिल के कारण छल. अगर ई चीनी मिल आई चालू रहैत तs अपन इलाका के विकासक बात किछ आओर रहैत. पंडौल आद्यौगिक क्षेत्र सेहो वीरान पड़ल अछि. एहि तरहे अशोक पेपर मिल के हालत सेहो खराब भ गेल. ओना एहि सभ उद्योग के बंद होय के लेल हम मिथिलावासी सेहो ओतबे जिम्मेदार छी.
जे होइ बिहार में चौतरफा विकासक बयार चलि पड़ल अछि. सभ तरहक काज भs रहल अछि. नैशनल हाइवे पर सेहो काज भs अछि. एहि सभ काज के पूरा होय... एकर असर दिखय में अखन वक्त लागत... मुदा कदम बढ़ि चुकल अछि. एकरा सतत रूप सं आगां बढ़ावैत रहय के जरूरत अछि. हमरा सभ क सेहो चाहि जे एहि नीक काज के बेसि सं बेसि प्रचार प्रसार भS सकय जाहि सं लोक के सेहो प्रेरणा मिलय. आओर दोसर लोक सेहो नीक काज करल लेल आगां आबथिन्ह. एकटा गप्प आओर जे बिहार सं बाहर रहय वाला लोक सभ सेहो किछ नहि किछ विकास में योगदान जरूर करय जयथुन्ह. अगर ओ अपन कमाई के सौ रूपया में सं एकोटा रुपया बिहार के विकास के लेल देथिन्ह त बिहार पंजाब सं आगां चलि जाएत. तs आगां बढुं अपन मिथिला...अपन बिहार के लेल किछ करुं.

1 टिप्पणी:

  1. अपने सभन के बिहार में रखकर कि करबै। जाये दियौ सभन के पंजाब।

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