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राजनगर राज कैम्पस-२

राजनगर राज परिसर स्थापत्य कला....शिल्पकला...चित्रकला के साथ साथ संस्कृति सभ्यता के जीबैत मिसाल अछि...राजमहल आओर एहिठाम बनल मंदिर कला प्रेमी के लेल कोनो दस्तावेज स कम नहिं अछि...एहिठामक लोकक कहनाई के मुताबिक महाराज के तंत्र मंत्र स विशेष लगाव छलन्हि...एहि कारणे वो परिसर में ग्यारह टा मंदिर बनवयलाह...आ एकरा में तंत्र मंत्र केसाथ अध्यात्म आओर वैदिक कला के संगम देखल जा सकय अ... लोक सबसे ईहो कहबा छैन जे एकरा बनवाबय लेल महाराज फ्रांस स ऑर्किटेक्ट मंगवौने छलाह... परिसर में चारू कात मंदिर बनल अछि...मुदा हुनकर तंत्र मंत्र स आस्थाक कारणे एकर मुंह दक्षिण तरह अई...संगमरमर वाला मंदिर के छोड़ि आओर सभ मंदिरक स्थिति खराब अछि...
सरकार अगर चाहैत त एकरा पर्यटक स्थल के रूप मे विकसित कए सकैत छल...मुदा सरकार उदासीन रवैया अपनैने अछि... अखनो राजनगर आ आस पास के गांव में आबय वाला लोक सभ राज में घुमय लेल जरूर आबैत छैथि...छठ आओर एक जनवरी नववर्ष के त एतय भारी मेला लगि जाइत अछि...लोक सभ एतय पिकनिक मनावय छैथि...मिथिलांचल में अगर दू चारि टा घुमय वाला जगह अछि त ओहि में राजनगर के स्थान दरभंगाके बाद तय अछि...
महाराय के एहिठाम स जयबाक बाद ई खंडहर में त बदलैते गेल...परिसर सुनसान सेहो रहय लागल छल...लोक सभ एहि ठाम निर्माण करय सेहो लगलाह...कतेक चीज सेहो गायब भ गेल...मुदा आब त एहि ठाम एसएसबी के डेरा बनला स रमन-चमन बनल रहय छै...पर लोकक विश्वास एखन धरि एसएसबी पर जमल नहिं अछि...
खैर लोक सभ चाहैत छथिन्ह जे एकरा पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करय के प्रयास कएल जाय...जाहि से ज्यादा स ज्यादा लोक मिथिलाक गौरवशाली....भव्य इतिहास के जानि सकताह...

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