(यहां ले जाएं ...)
Home
Mithila
Bihar
Pawni-Tyohar
Mithila-Maithili
Dard-Hamdard
▼
इजाजत
मैं
तो
चाहता
था
कि
गुलाब
की
उस
कोमल
कली
को
सीने
से
लगाकर
पूरा
खिला
दूं
पूर्णता
का
एहसास
करा
दूं
पूनम
का
चांद
बना
दूं
पर
मुझे
क्या
मालूम
था
कि
माली
मुझे
इसकी
इजाजत
न
देगा
और
वो
मेरे
सीने
से
न
लग
पाने
के
गम
में
बिना
खिले
ही
दम
तोड़
देगी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
अहां अपन विचार/सुझाव एहिठाम लिखु
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
अहां अपन विचार/सुझाव एहिठाम लिखु