घायल

वह
चंचल लड़की
मुस्कुराते हुए
मेरे पास
आती...
अपने
नयनों के बाण
से
घायल कर...
मुझे विचलित कर
चली जाती
और मैं
तब तक
तड़पता
जब तक
कि
वह फिर आकर
मेरे
जख्मी दिल पर
अपने प्यार की
मरहम
लगा देती

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