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मिथिला मे ठंडक प्रकोप

पूरा उत्तर बिहार...मिथिला मे आई-काल्हि ठडंक प्रकोप जारी अछि. कोहरा-कुहासा के कारण कई-कई दिन तक सूरज देवता के दर्शन नहि भ पाबि रहल अछि.

ठंडक हाल तं एहन अछि जे दिसंबर मास मे मिथिला इलाका मे ठंडक पिछला पचास सालक रिकॉर्ड
टूटि गेल अछि.

एकदम सं झख्खर जकां लागि गेल अछि. लोक सभ के घर सं निकलनाय मुश्किल भ गेल अछि.

लोक सभ जाड़...कनकनी सं परेशान छथिन्ह. पछिया हवा के कारण कनकनी आओर बढ़ि गेल अछि.
चादर...रजाई सं निकलय के मन नहि करैत अछि.

लोक सभ घर सं निकलय के जगह घूर तापय मे लागय रहय छथिन्ह. सरकार के तरफ से सेहो अफसर सभ...सीओ-बीडीओ के अलाव...घूरक इंतजाम करय लेल कहल गेल अछि.

लोक सभ चूड़ा-मुरहीक संग छोला...घुघनी...आलू मटर के जोर वाला...रसदार तरकारी के आनंद ल रहल छथिन्ह.

लिट्टी चोखा...सत्तू भरल पराठां सेहो बनि रहल अछि. माछ आओर चिकेन के मांग सेहो बढ़ि गेल अछि.

ठंड के कारण घोड़ा-गाड़ी सभ लेट सं चलि रहल अछि. कइटा ट्रेन तं दस-दस...बारह-बारह घंटा लेट सं चलि रहल अछि.

लोक सभ के एहि मौसम मे विशेष सावधानी बरतबाक चाही.आई-काल्हि सर्दी-जुकाम के मामला सेहो बढ़ि जाएत अछि.

आंवला...च्यवनप्राश...गाजर...तिलsक सामान...अदरक...घी-तेल..गुड़ के उपयोग बेसि करबाक चाही. बेसि सं बेसि पानि आ फेर तरल पदार्थ लेबाक चाही.

सर्दी मे मालिश...मसाज करैनाय सेहो फायदेमेद रहैत अछि

घर सं निकलनाय बेसि जरूरी होए तं पूरा शरीर ढकि क निकलनाय चाही. गर्म कपड़ा पहिन क निकलनाय नीक रहैत अछि.



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