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फेर विशेष दर्जा केर मांग- कि मिलत?

केंद्र सरकार सं एक बेर फेर बिहार के विशेष दर्जा देबय के मांग कएल गेल अछि. ई मांग केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी जी सं राज्यक वित्त मंत्री सभक बैसार मे कएल गेल. ई बैसार आम बजट के तैयारी के लेल बुलाएल गेल छल. बैसार मे बिहारक उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी कहलखिन्ह जे राज्य मे निवेश बढ़य एकरा लेल विशेष दर्जा जरूरी अछि.

मोदी जी कहलखिन्ह बिहार मे अखन विकास के माहौल बनल अछि आओर ई जारी रहय एकरा लेल केंद्र के बिहार के सहयोग करय पड़त. ओ कहलखिन्ह जे बिहार मे प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत
सं काफी कम अछि. राष्ट्रीय औसत सं बराबरी करय के लेल बिहार मे काफी पैघ स्तर पर निवेश के जरूरत अछि...आओर ई बिना केंद्र के सहयोग सं संभव नहि अछि.

विशेष दर्जा मिलला पर राज्य मे उद्योग लगाबय वाला के कई तरहक प्रोत्साहन... छूट देल जाएत अछि. कई तरहक छूट मिलला पर उद्योगपति सभ पाई लगाबय लेल तैयार होए छथिन्ह. अगर बिहार के केंद्र से दर्जा मिलैत अछि त राज्य मे विकासक चक्र काफी तेजी सं घुमि सकैत अछि. मुदा केंद्र के कांग्रेसी सरकार बिहार के दर्जा देत एहि पर सवालक निशान अछि.?

बिहार के संग सदिखन सं सौतेला बर्ताव कएल गेल अछि. पक्षपात कएल गेल अछि. बिहार के केंद्र सं जे सहयोग... मदद मिलबाक चाही छल से आई धरि नहि मिलल. उद्योग-धंधा सं लsक इंफ्रास्ट्रक्चर... शिक्षा संस्थान सं लsक आईटी क्षेत्र... बाढ़ि राहत सं लsक सूखा राहत. सभ मे बिहार के सिर्फ झुनझुना थमाएल गेल.

केंद्र सरकार के बिहार पर नजर नहि देबय के कारण राज्य पिछड़ल रहल. लोक रोजी-रोटी के लेल बाहर जाए लेल विवश भ गेलाह. लोक के आमदनी मे कोनो खास वृद्धि नहि भेल. लोक रौदी-दाही सं लड़ैत रहलाह. केंद्रक नेता सिर्फ आश्वासन सं काज चलाबैत रहलाह. एहि के लेल केंद्र के कांग्रेसी सरकार सेहो जिम्मेदार अछि. किएक त देश मे बेसि कांग्रेसी सरकार रहल अछि.

मुदा सभसं बेसि जिम्मेदार अपन बिहारी नेता रहलाह. केंद्र मे मंत्री रहैत बिहार के लेल किछ खास नहि करि पएलाह. एमपी साहेब सभ बिहार के विकास के लेल संसद मे आवाज उठाबय मे नाकाम रहलाह. ओ बिहार के विकास के मुद्दा पर एकमत नहि भेलाह. दलगत राजनीति...पार्टी-पॉलिटिक्स के कारण राज्य मे विकास के किरण पहुंचय नहि देलाह.

विकास के श्रेय दोसर पार्टी के नेता के नहि मिल जाए एकरा लेल ओ कोनो नहि कोनो खोंच लगाबैत रहलाह. कखनो भाषा-बोली के नाम पर... कखनो इलाका के नाम पर त कखनो पार्टी के नाम पर. बिहार के विकास के नाम पर जतय सभ पार्टी के एकजुट रहबाक चाही छल ओ लड़ैत रहलाह. ममता जी जखन लालू के नाम पर बिहार के ट्रेन नहि देलखिन्ह त नीतीश जी ममता के प्रशंसा करैत रहलाह.

बिहार मे विकास नहि होए के लेल राज्य के लोक के सेहो कम जिम्मेदार नहि मानल जा सकैत अछि. लोक सभ ऊपर वाला के भरोसे छोड़ि बैसल रहय छथिन्ह ओ अपन-अपन प्रतिनिधि... एमएलए... एमपी सं कोनो मांग नहि करय छथिन्ह...शिकायत नहि करय छथिन्ह. परियोजना...काज के डिमांड नहि करय छथिन्ह.

जखन अहां अपन एमएलए... एमपी के हुरकैबय नहि त ओ काज केना करत? हुनका अपना इलाका के परेशानी... समस्या नहि बतैबन्हि तं ओ दूर केना करताह? हुनका सपना थोड़हिं आबय छनि? अगर विकास चाहय छी... काज चाहय छी त हुनका बीच-बीच मे खोदैत रहिऔ. राज्य सरकार... केंद्र सरकार पर काज करय लेल दबाव बनाउ... नहि त काज नहि बनत.

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