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एहन धरना-प्रदर्शन सं काज नहि बनत...

अलग मिथिला राज्य के लेल अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद के लोक दिल्ली के जंतर-मंतर पर 10 तारीख शुक्र दिन धरना प्रदर्शन करि रहल छथिन्ह अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद के एहि मे किछ दोसर सहयोगी संस्था के सेहो सहयोग मिल रहल छनि. हिनका सभक कहनाए छनि जे तेलांगना के मांग मानि लेल गेल जखन कि मिथिलाक मांग ओहिना पड़ल अछि. ई स्थिति तखन अछि जखन कि 1954 मे प्रथम राज्य पुनर्गठन आयोग के समय सं एकर मांग भ रहल अछि.

मुदा सवाल अछि जे अहां के मिथिला राज्य किएक देल जाए?
तेलांगना के मुद्दा पर पूरा तेलांगना इलाका एक छल. मुदा कि अहां मे एका अछि. अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद के लोक 10 तारीख के धरना पर बैसल छथिन्ह. मुदा कि अहां के पता अछि जे चारि दिन पहिने 6 तारीख के अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति के बैनर ल क किछ लोक सेहो जंतर मंतर पर धरना देने छलखिन्ह.

एहि सं कि होएत? चारि आदमी आई धरना पर बैसल छी...चारि लोक काल्हि धरना पर बैसब छी... चारि लोक दस दिन बाद बैसब ... एहि सं लोक मे कि संदेश जाएत अछि? तेलांगना राज्य के मांग के लेल ओहि इलाका के सभ एलएलए... एमपी एक छलखिन्ह. सभ एक सुर सं आवाज उठौलखिन्ह. हुनका सभ के इलाका के सभ लोक के समर्थन छनि. अहां के कतेक के अछि?

कि अहां के इशारा पर एकोटा विधायक... सांसद इस्तीफा देबय लेल तैयार अछि. कि अहांक इशारा पर पूरा मिथिला के लोक एकहुं दिन बंद राखय लेल... अपन चुल्हा-चौका बंद राखय लेल तैयार अछि? कि मिथिलाक एकोटा एहन नेता अछि जिनका अहां मुख्यमंत्री बनाबय जोकर योज्य मानैत होए? एकोटा एहन नेता छथिन्ह जिनका मिथिलाक लोक पर पकड़ होए? एकोटा एहन नेता छथिन्ह जिनका अखना बिहार सरकार आ भारत सरकार मे धाक चलय छनि?

दिल्ली मे धरना पर बैसि सिर्फ भाषणबाजी करला सं काज नहि चलत. अहां के आम लोक के लs क चलय पडत. आम लोक जखन तक शामिल नहि होताह अहांक कोनो धरना... प्रदर्शन... अभियान सफल नहि होएत. धरना प्रदर्शन मे शामिल कतेक लोक होए छथिन्ह... जतेक के अहां अपना संग ल जाए छी. जंतर मंतर पर दस-बारह...बीस लोक बैसल मिल जएताह. सराकर के एहि सं कोनो फर्क नहि पड़ैत अछि.

अगर अहां सभ मिथिला राज्य के लेल सच मे सीरियस छी तखन पहिने मिथिला इलाका मे जाsक लोक के एहि के लेल जागरूक करिऔ. हुनका सभ के बतबिऔं जे अलग राज्य किएक जरूरी अछि. मुदा अहां सभक पचासों गुट अछि आओर सभ गुट अपन-अपन राग अलापैत अछि. कोनो ईर घाट त कोनो वीर घाट. कोनो तालमेल नहि. कोनो सामंजस्य नहि.

राज्य बनाबय सं पहिने मिथिला मे मैथिली अनिवार्य करबाउ . मुदा अहां ई चाहिते नहि छी. दोसर ठाम छोडुं अहांक मिथिला मे नौवीं क्लास मे जाक क मैथिली पढ़ाएल जाएत अछि. आओर चूंकि लोक पहिने सं मैथिली पढ़ने नहि रहय छथिन्ह ताहि लेल एहि सबजेक्ट के चुनबो नहि करय छथिन्ह.

एहि के लेल अहां सभ कि क रहल छी? किछ नहि. एहि हफ्ता बिहार विधानसभा मे मैथिली के पहिल क्लास सं पढाबय के बारे मे चर्चा भेल . सरकार कोनो ध्यान नहि देलक. अहां सभ कि ओहि पर विरोध कएलौं? कोनो मिथिलाक विधायक एहि पर आवाज उठौलखिन्ह? कि एहि के लsक मिथिला मे कोनो विरोध प्रदर्शन भेल? किछ आवाज नहि उठल. त फेर सरकार किएक शुरू करत मैथिली पढानाए?

सरकार अगर राज्य बनाबय के लेल सोचबो करत त जखन अपन शिष्टमंडल इलाका के दौरा करय लेल भेजत त हुनका कि देखएबैन्हि? पूरा मिथिला इलाका मे एकटा दिशासूचक...एकटा साइन बोर्ड... एकटा दोकानक...घरक... दफ्तरक... स्कूलक बोर्ड... झंडा-बैनर...पोस्टर मैथिली मे नहि मिलतैन्हि हुनका. आब त एहन भ रहल अछि जे मिथिलाक लोक सेहो मैथिली छोड़ि हिन्दी बोलय छथिन्ह. लिखनाए त खैर लोक भूलिए गेल छथिन्ह. हमरो सेह हाल अछि मैथिली मे पढ़ाई नहि भेल... मुदा ई दोसर गप जे मैथिली सं प्रेम के कारण गलत-सलत लिख रहल छी.

अहां सभ राज ठाकरे के जतेक गरिआबिऔ... अगर मिथिलाक... मैथिलीक लेल किछ चाहय छी त अहांके हुनके जका रूख अपनाबय पड़त. आई देखिऔ राज ठाकरे के कारण सभ स्कूल मे मराठी पढ़ाएल जा रहल अछि. सभ रेलवे स्टेशन... रेडियो स्टेशन...एयर पोर्ट पर मारठी मे अनाउंस होएत अछि. सिनेमाहॉल आओर एयरलाइंस मे मराठी फिल्म देखाएल जा रहल अछि. सरकारी काम-काज मराठी मे भ रहल अछि.

कि अहांक एकोगो नेता...लीडर एहन छथि? जवाब साफ अछि-नहि. त फेर किएक हो-हल्ला करि रहल छी? आ त हंगामा मचा दिऔ आ फेर नीक सं चादर तानि क सुतल रहुं. दोसरो के चैन सं रहय दिऔ.
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