नवका- पुरनका लेख सर्च करु...

फेर अगुआ बनत बिहार


बिहार सरकार एकटा नीक काज करय जा रहल अछि. अगर केंद्र सरकार के सहयोग मिलल त एकर नीक परिणाम मिल सकैत अछि. सरकार के कोशिश अछि जे नरेगा ( राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ) सं पढ़ल-लिखल कार्डधारी के निरक्षर लोक के पढ़ाबय के जिम्मेदारी देल जाए. एहि योजना मे शिक्षित कार्डधारी के साल मे कम सं कम एक सय दिन पढ़ाबय के काज देल जाएत. एहि मे हुनका कम सं कम दस लोक के साक्षर बनाबय के होतन्हि.

अगर ई योजना के केंद्र सं मंजूरी मिलैत अछि त राज्य के लेल एकटा क्रांतिकारी कदम साबित भ सकैत अछि. जेहि राज्य मे करीब आधा लोक निरक्षर... अनपढ़ होए... ओतए सरकार के एहि कदम सं एकटा बड़का बदलाव आबि सकैत अछि. करोड़ों निरक्षर साक्षर बनि सकताह. पढ़ला-लिखला सं हुनकर जीवन मे बड़का बदलाव आबि सकैत अछि. संगहि संग राज्य सं होए वाला पलायन सेहो रुकत. किएक त पढ़ल-लिखल लोक के नरेगा सं पढ़ाबय के काज निलतन्हि. ओ एम्हर-ओम्हर टहलय के जगह पढ़ाबय के काज करताह. समाज मे मास्टर साहेब कहलएताह. समाज के जागरूक करताह. आब त नरेगा सं मिलय वाला रोज के पाई सेहो 89 रुपया सं बढ़ाकए 102 रुपया करि देल गेल अछि. 

अगर एकटा अनुमान लs कs चलय जाए सं बिहार मे अखन एक करोड़ सत्तर लाख लोक एकदम सं निरक्षर छथिन्ह. अगर एकटा कार्डधारी के दस टा निरक्षर के पढ़ाबय के काज मिलतन्हि त ओहि हिसाब सं हिनका सभ के पढ़ाबय लेल करीब 17 लाख कार्डधारी चाही. आब अहां सोचि सकय छी जे एहि सं राज्य के करीब 17 लाख बेरोजगार युवक के काज मिलतन्हि. जक हुनका गामे-घर मे काज मिलतन्हि त फेर किएक जएताह दिल्ली... पंजाब ?

 नीतीशजी जेना बिहार मे पंचायत चुनाव मे महिला के पचास प्रतिशत आरक्षण द एकटा नव काज कएलाह. ओ बिहार के लेल एकटा ऐतिहासिक कदम छल. ओहिना ई कदम क्रांतिकारी साबित भS सकैत अछि. जेना महिला आरक्षण के बिहार के कदम के केंद्र सेहो अपनएलक… एहि मे कोनो संदेह नहि जे अगर बिहार मे ई सफल रहत त केंद्र सरकार सेहो एहि कदम के दोसर राज्य मे सेहो लागू करत. नीतीशजी के एहि काज के रूप द रहल छथिन्ह हुनकर ग्रामीण विकास मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा. उम्मीद अछि हिनका लोक के पूरा समर्थन मिलतन्हि. आओर एहि के लेल लोक के आगां सेहो अएबाक चाही.



Share/Save/Bookmark
हमर ईमेल:-hellomithilaa@gmail.com


1 टिप्पणी:

  1. बन्धुवर !
    आपको विजयदशमी की हार्दिक शुभकामनाएं.
    सादर
    इष्ट देव सांकृत्यायन
    idsankrityaayan@gmail.com

    जवाब देंहटाएं

अहां अपन विचार/सुझाव एहिठाम लिखु