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बाढ़ि राहत पैकेजक मांग

बिहार मे आएल कोसीक बाढ़ि के बाद राहत आओर पुनर्वास के लेल बिहार सरकार केन्द्र सरकार सं चौदह हजार आठ सय आठ (14,808 ) करोड़ रुपया केर मांग कएलक अछि. ई भेल एक सय अड़तालीस अरब रुपया. ई मांग एनडीए संयोजक आओर जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सं भेंट करय समय कएलखिन्ह. प्रधानमंत्री जी कहलखिन्ह जे हरसंभव मदद देल जाएत.
बिहार सरकार के कहनाय अछि जे बाढ़ि प्रभावित इलाका मे करीब साढ़े तीन लाख मकान बनाबय के जरूरत अछि आओर एक मकान के बनाबय के लेल अगर डेढ़ लाख रुपया लागत मानल जाय तs ओहि हिसाब सं साढ़े तीन लाख मकान के लेल साढ़े बाबन अरब रुपया के जरूरत पड़त. एहि तरहे सामुदायिक शिविर बनाबय लेल 15 अरब तीस करोड़ रुपया चाही. मालजाल ... मवेशी... पशु शिविर बनाबय लेल सेहो 4 अरब रुपया के जरूरत पड़त. एकरे संग केंन्द्र सरकार सं कएल गेल मांग मे ई कहल गेल अछि जे बाढ़ि के कारण प्रभावित इलाका मे सड़क... स्वास्थ्य सेवा... आओर स्कूल... कॉलेज के भारी नुकसान पहुंचल अछि ओकरा फेर सं बनाबय लेल सेहो अफरात पाइ चाही. एहि के लेल जखन धरि पर्याप्त पाइ के इंतजाम नहिं होएत. लोकक के छोट-छोट बात के लेल परेशानी के सामना करय पड़त.
ओना बाढ़ि के चारि मास भs गेलाह के बादो लोकक परेशानी कम नहिं भेल अछि. अखन त शिविर मे रहय वाला लोक सभ के ठंड सं ठिठुरय पड़िल रहल छनि. तिरपाल के शिविर मे ठंडा हवा चारु कात सं लोक से सिहरा रहल अछि. लोक के पास गरम कपड़ा... लत्ता नहिं छनि जेहि सं ठंडी सं बचाव करताह. एम्हर दस-पन्द्रह दिन सं मौसम से खराब अछि. कई-कई दिन बाद सूरज देवता के दर्शन होएत अछि. सरकार तरफ सं लोक सभ के जे अनाज आओर दोसर सहायता मिलल छल सेहो खत्म होए वाला छै. अखन धरि चारु कात तबाही... बीमारी पसरल अछि. लोक कोने तरहे जिनगी बिता रहल छथिन्ह. एतेक दिन भेलाह के बादहुं जीवन सामान्य नहिं भs पाएल अछि. कइटा इलाका त एहन अछि जे आइओ पानि जमा अछि. रोटी...कपड़ा आओर मकान के समस्या आइओ जस के तस अछि.




2 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुंदर...अब मिथिला के खबर भी मिलि रहलि छी...टिकर बढ़िया है...
    शेखर

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  2. बड्ड नीक हितेन्द्र भैया। खबर सभ एहिना दैत रहू, मोन जुराइ ये।

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